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इन दिनों सभी बागवानी प्रेमियों की एक समस्या है कि उनकी अपराजिता पर फूल नहीं आ रहे हैं। वहीं पौधे पर पत्तियों की संख्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। जहां इस बार लोगों ने सोचा था कि वे लगातार ब्लू टी का स्वाद लेंगे। लेकिन अपराजिता पर दो चार ही फूल आ रहे है। इस लेख में एक्सपर्ट्स इस समस्या का समाधान करेंगे।
अपराजिता का फूल देखने में जितना सुंदर है। उससे ज्यादा अपने गुणों के लिए लोगों की पहली पसंद बनता जा रहा है। धार्मिक महत्व के साथ इस पौधे के औषधीय गुण काफी ज्यादा है। इस पौधे को buttterfly pea, Asian pigeonwings Plant, नीलकंठ, शंखपुष्पी और तितली मटर के नाम से भी जाना जाता है। 

क्यों आ रहे हैं फूल कम पत्ते ज्यादा

ज्यादातार पर पौधों पर फूलों से ज्यादा पत्ते होते हैं। लेकिन इस बार अपराजिता पर फूल बहुत कम आना बड़ी समस्या बन गया है। इसका मुख्य कारण आपके द्वारा दिया जा रहा खाद पानी है। दरअसल हम अपने पौधों में ज्यादातर गोबर खाद, किचिन कम्पोस्ट, पत्ती खाद डालते हैं। इसमें गोबर खाद, पत्ती खाद का अधिक प्रयोग किया जाता है। इन दोनों खाद में नाइट्रोजन की मात्रा अधिक होती है। जिसकी वजह से पत्तियेां की ग्रोथ ज्यादा हो  रही है। ऐसे में हमें अन्य खाद भी पौधों में डालनी चाहिए। जिससे पौधे को सभी पोष्टिक तत्व मिलते रहें।

अपराजिता के फूलों के जरूरी है ये पोष्टिक तत्व

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पौधों के लिए कई जरूरी पोष्टिक तत्व की जरूरत होती है। लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी पोष्टिक तत्व होता है फास्फोरस। अगर पौधे में इसकी पूर्ति होती रहे तो पौधों पर फूलों की कोई कमी नहीं होगी। फास्फोरस फूलों के निर्माण में योगदान देता है। इसके साथ ही यह बीजों के विकास के लिए भी जरूरी है। फॉस्फोरस की कमी की वजह से ही पौधों पर फूलों की संख्या कम होती है। इसी वजह से आपके अपराजिता के पौधे पर फूलों की संख्या कम हो सकती है।

अधिक फूलों के लिए डालें ये खाद

  • बोनमील में सबसे अधिक फास्फोरस होता है। 
  • कंपाउंड खाद में नाइट्रोजन, पॉटेशियम, फॉस्फोरस की अच्छी मात्रा होती है
  • सिंगल सुपर फॉस्फेट (SSP) खाद में फॉस्फोरस की अधिक मात्रा होती है
  • ऑर्गेनिक खाद के लिए किचिन कम्पोस्ट का प्रयोग करें

क्यों बदलें अपराजिता के पौधे की जगह

अगर उत्तम खाद देने के बाद भी पौधे पर फूल नहीं आ रहे हैं तो आपको पौधे की जगह बदलनी होगी। दरअसल अपराजिता के पौधे को पूरे छह घंटे की धूप की जरूरत होती है। अगर आपका पौधा आंशिक छाया में रखा है तो इसे धूप में रख दें। इसके बाद आप देखेंगे कि पौधे पर जमकर फ्लावरिंग हो रही है। यह काम आपको तत्काल करना चाहिए। इसके साथ ही पौधे में सीमित मात्रा में पानी देना चाहिए। अधिक पानी देने से भी पाैधे की जड़ें सड़ने लगती हैं। मिट्‌टी सूखने पर ही अपराजिता में पानी डालें। 

 

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