हिंदू धर्म में शमी के पेड़ का बहुत महत्व है। भगवान शिव को प्रिय होने के साथ ये शनि के प्रकोप से बचाने वाला पौधा है। 

शमी के पेड़ की लकड़ी सूख जाए, तो इनका दीपक जलाने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और उनका आशीर्वाद आपको मिलता है।

अगर शनि आपकी कुंडली में भारी है, तो आपको शनिवार के दिन शमी की सूखी हुई लकड़ी का दीपक जलाना चाहिए। 

शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या में भी शमी के पौधे की सूखी लकड़ी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है। इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है।

मंगलवार के दिन भी इसका दीया जलाया जा सकता है। ये शुभ होता है। आप हर रोज शमी की सूखी लड़की का दीपक भी जला सकते हैं।

इस पौधे को आप ईशान कोण में भी लगा सकते हैं। दक्षिण दिशा या अंधेरे में ये पौधा लगाना शुभ नहीं है। छत के ऊपर भी इसे लगा सकते हैं।

शमी को सुख समृद्धि का प्रतीक बताया गया है। शुभ कार्य के लिए घर से निकलते समय इस पौधे के दर्शन जरुर करें। 

शमी का पौधा सूखना अच्छा नहीं माना जाता है। इसलिए आपको ध्यान रखना है कि इसमें आप ज्यादा पानी न डालें। 

शमी के पौधे को छांव में रखना इसके सूखने का कारण हो सकता है। इस पौधे को धूप की जरुरत होती है, इसलिए बाहर रखें।

शमी के पौधे के लिए गोबर की खाद सही रहती है। अगर ये सूख रहा है, तो गोबर की खाद और पानी डालें। 

शमी प्लांट के बारे में ये जानकारी आपको कैसी लगी कमेंट करके जरुर बताएं। इस प्रकार की जानकारी के लिए जुड़े रहिए।