आज के जमाने में बहुत से लोग है जो वास्तु के हिसाब से अपने घर को सजा कर रखते है। वास्तु शास्त्र में हर सामान की रखने की सही दिशा और उससे होने वाले लाभ बताए गए हैं। गार्डन में भी आपको कौन सा पौधा लगाना चाहिए और क्यों लगाना चाहिए, किस दिशा में लगाना चाहिए। इन सबकी जानकारी वास्तु शास्त्र में होती है। तो आज के लेख में जानते हैं शमी के पौधे का क्या महत्व है और इसे घर में क्यों लगाना चाहिए।
शमी का पौधा शिव को है पसंद
वास्तु स्पेशलिस्ट आरती दहिया ने एक वेबसाइट को दी जानकारी में बताया कि शमी के पौधे को भगवान शनि का पौधा कहा जाता है। शमी का पौधा भगवान शिव का प्रिय है। शमी के पौधे को घर में लगाने से शनि देव की बुरी दृष्टि घर पर नहीं पड़ती है। माना जाता है कि सही दिशा में लगाने से घर में सुख शांति का वास होता है।
वास्तु के हिसाब से शमी का महत्व
माना जाता है शमी के पौधे को घर के पश्चिम दिशा में लगाना चाहिए। ऐसा करने पर यह शुभ फल देता है। वास्तु स्पेशलिस्ट का कहना है कि किसी और दिशा में शमी का पौधा लगाने से घर पर विपरीत असर पड़ता है। शनि दोष होने पर आप घर में ये पौधा लगा सकते हैं। शनि देव जब क्रोधित हो जाते हैं, तब इसके बुरे परिणाम भुगतने पड़ते हैं। इसलिए शनिदेव के क्रोध से बचने के लिए आप पश्चिम दिशा में इस पौधे को लगाइए।
ये भी पढ़े-मच्छर काटने पर होने वाली समस्याओं को ऐसे करें दूर
पांडवों ने शमी वृक्ष की पूजा की थी
माना जाता है महाभारत युद्ध के समय पांडवों ने अपने सारे हथियार शमी के पेड़ को सौंप दिए थे। जीत के लिए उन्होंने इस वृक्ष की पूजा की थी। तभी से विजय प्राप्ति के लिए इस वृक्ष की पूजा की जाने लगी। धार्मिक ग्रंथों में भी इस पेड़ का बड़ा महत्व है।
शमी की पूजा करने से दूर होते हैं पाप
कहा जाता है कि शमी की पूजा करने से आपको पापों से मुक्ति मिल जाती है। इसे सबसे पवित्र पौधा कहा गया है। आप सच्चे मन से शमी वृक्ष की पूजा करते हैं तो आपको इसका फल अवश्य प्राप्त होता है।
पौधा सूखना अनहोनी का संकेत
माना जाता है कि शमी का पौधा जल्दी सूखता नहीं है। एक बार लगाने के बाद इसको ज्यादा देखभाल की जरुरत भी नहीं होती है। लेकिन जब ये पौधा सूखने लगता है तो ये किसी अनहोनी की तरफ संकेत करता है। ये पौधा शुभ फल देने वाला माना जाता है।
ये भी पढ़े-ये देशी नुस्खे करेंगे जुओं का जड़ से सफाया
साढ़ेसती वालों के लिए शुभ है शमी
जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसती या ढइया चल रहा होता है। उनको शमी के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से शनि देव बुरा फल नहीं देगा। शनिवार को सूरज डूबने के समय सरसों के तेल का दीपक शमी के पेड़ के नीचे जलाना चाहिए।
One Comment