प्रूनिंग के बारे में तो सब जानते हैं कि ये क्या होती है। आज हम आपको हार्ड प
्रूनिंग के बारे में बताने जा रहे हैं।
हार्ड प्रूनिंग एक बेहद कठिन प्रकिया है, ये प्रक्रिया यानि हार्ड प्रूनिंग करना पौधों के बेहतर विकास के लिए जरुरी है।
हार्ड प्रूनिंग में पौधों के अधिकतर हिस्से को काट दिया जाता है, ताकि वो सीमित मिट्टी में बेहतर रुप से विकसित हो सकें।
हार्ड प्रूनिंग से पौधों में फूल और फलों की संख्या बढ़ जाती है और ये पौधे को घना बनाती है।
बहुत सी ऐसी टहनियां उसमें ऐसी हो जाती हैं, जो पूरी तरह से सूख जाती है और इन
को हटाना बेहद जरुरी होता है।
प्रूनिंग और हार्ड प्रूनिंग छंटाई से संबंधित होने पर भी अलग है। प्रूनुिंग कभी भी कर सकते हैं, लेकिन हार्ड प्रूनिंग साल में एक बार होती है।
हार्ड प्रूनिंग पौधों के ग्रोइंग सीजन से पहले करनी होती है और अधिकतर हिस्से को इसमें काटा जाता है। प्रूनिंग में सूखी टहनी हटाई जाती है।
जिन पौधों की ज्यादा शाखाएं होती हैं, हार्ड प्रूर्निंग उनकी की जाती है। जैसे गुलाब,तुलसी, गुड़हल, मोगरा आदि।
हार्ड प्रूनिंग से पौधे का विकास बेहतर होता है और हवा और धूप पौधों को सही मिलती है।
इससे पौधों का रोग और कीटों से बचाव होता है और पौधा स्वस्थ बना रहता है। फूल
और फलों के आकार में वृद्धि होती है।
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