कड़ाके की ठंड के बाद किचिन गार्डन में फिर से सब्जियां उगाने का वक्त आ गया है। जनवरी के अंत और फरवरी की शुरुआत में मौसम बदलने लगता है। दिन में तापमान में बढ़ोत्तरी हो जाती है वहीं रात्रि में ठंडक रहती है। इस मौसम में सब्जियां तेजी से ग्रो करती हैं।
बता दें कि फरवरी महीने से जायद की फसलों की बुवाई का समय शुरू है। इन फसलों की बुवाई जनवरी के अंत से लेकर फरवरी तक चलती है। इस समय बोने पर ये फसलें अच्छी पैदावार देती हैं। इस सीजन को ग्राेइंग सीजन भी कहा जाता हे। ऐसा माना जाता है कि इन दिनों बागवानी करने के लिए किसी माली की जरूरत नहीं होती है। अपने आप ही पौधे बढ़ते हैं।
इस लेख में हम आपको बताने वाले है कि फरवरी के महीने में कौन सी सब्जियों के बीज गार्डन में लगाने चाहिए। इसके साथ ही सब्जियों की बेहतर पैदावार के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
फरवरी में उगाई जाने वाली सब्जियां
- खीरा- इन दिनों अधिकतर बेल वाली सब्जियां ग्रो करती हैं। जिसमें खीरा शामिल है। इसकी बुवाई बड़े ग्रो बैग में ही करें। लाइन से लाइन की दूरी 1.5 मीटर रखें और पौधे से पौधे की दूरी 1 मीटर रखें। अच्छी पैदावार के लिए गमले से खरपतवार हटाते रहें।
- करेला– फरवरी महीने में करेला लगा देना चाहिए। करेले के बीज को बोने से पहले 24 घंटे तक पानी में भिगो लेना चाहिए इससे अंकुरण जल्दी और अच्छा होता है। बीज को गमले में लगभग 3-4 इंच गहरा ही लगाएं। बीज लगाने के बाद ज़रूरत के हिसाब में पानी भी डालना आप कतई न भूलें
- लौकी- ग्रो बैगमें लौकी के बीजों को 1 इंच की गहराई में लगाएं। बीज बोने के बाद स्प्रे पंप या वॉटर कैन की मदद से पानी का छिड़काव करें। बीजों के जर्मिनेट होने तक मिट्टी में नमी को हमेशा बनाएं रखें। ओवरवाटरिंग से बचें। बीज को बोने से पहले 24 घंटे पानी में भिगोना अच्छा रहता है।
- भिंडी- भिंडी की बुवाई फरवरी से मार्च के बीच करते हैं। भिंडी हर तरह की मिट्टी में हो जाती है। बुवाई कतारों में करनी चाहिए। कतार से कतार दूरी 25-30 सेमी और कतार में पौधे की बीच की दूरी 15-20 सेमी रखनी चाहिए। बोने के 15-20 दिन बाद पहली निराई-गुड़ाई करना जरुरी रहता है।
- तोरई – हल्की दोमट मिट्टी में तोरई को आसानी से किचिन गार्डन में उगाया जा सकता है। इसके बीज को ज़्यादा गहराई में न लगाएं इससे अंकुरण पर फर्क पड़ता है। बीजों को लगभग 0.5 इंच गहराई पर गमले की मिट्टी में बोएं। बुवाई से लगभग 6 से 8 दिन में तोरई के बीज अंकुरित होते हैं। गभग 13 से 14 सप्ताह बाद आपको तोरई तोड़ने मिलने लगती हैं।
- बैंगन- फरवरी ही बैंगन की पौध तैयार की जाती है। बैंगन के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है। बैंगन के लिए दो पौधों और दो कतार के बीच की दूरी 60 सेंटीमीटर होनी ही चाहिए। इस बात का ध्यान रहे की मिट्टी गीली नहीं होनी चाहिए। मिट्टी गीली हो तो उसे फावड़ा, कुदाल या खुरपी से उलट-पलट कर धूप में सुखा लें। मिट्टी से नमी निकल जाय जिससे बीजों का अंकुरण जल्दी होगा और बैंगन के पौधे की ग्रोथ भी अच्छी होगी।
- अरबी- टेरेस किचिन गार्डन में आसानी से अरबी को उगाया जा सकता है। इसे अदरक व हल्दी की तरह उगाया जाता है। मिट्टी की सतह में लगभग 4 इंच गहराई पर लगाएं, ध्यान रखें कंद की जड़ें मिट्टी में नीचे की ओर होना चाहिए। लगाए हुए अरबी को मिट्टी की पतली परत से ढंक दें।
- पालक- हालांकि पालक को सर्दियों में भी उगाया जाता है। लेकिन जाती हुई सर्दियों में भी इसे उगाना आसान है। फरवरी के महीने में इसे जरूर उगाएं।
- फ्रेंच बीन्स – फरवरी माह में ग्रो करने के लिए फ्रेंच बीन्स उत्तम सब्जी है। इसे अच्छी तरह ग्रो करने के लिए 20 से 25 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है, जो कि फरवरी के महीने में सही है।
- टमाटर- टमाटर के ऊंचे नीचे भाव हर किसी को परेशान कर रहे हैं। एसे में अपने बगीचे में टमाटर जरूर लगाएं। फरवरी का महीना टमाटर लगाने के लिए सही समय है।
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इन बातों का रखें ध्यान
फरवरी के महीने में सब्जियों को उगाना आसान होता है। क्योंकि फसलों के अनुसार तापमान होता है। न तो ज्यादा सर्दी होती है और न ही अधिक गर्मी होती है। हालांकि कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।
- सब्जियों की पंक्तियों में दूरी बनाकर करना चाहिए।
- पौधों की ग्रोथ के लिए सही मात्रा में खाद और आवश्यक पोषक तत्वों का छिड़काव करना चाहिए।
- फरवरी में उगाई जाने वाली सब्जियों को सबसे अधिक पानी की जरूरत होती है।
- अनावश्यक रूप से उगे घास फूस की भी सफाई करते रहना बहुत जरूरी होता है।