Multani Mitti-बागवानी में लोग मिट्टी की संरचना में सुधार करने के लिए कई तरीके आजमाते हैं। पौधों के बेहतर विकास के लिए मिट्टी का अच्छा होना जरुरी है। इसमें तरह-तरह के पोषक तत्व डालें जाते हैं ताकि गुणवत्ता में सुधार हो।
आज के इस लेख में हम आपको पौधों में मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग कैसे करते हैं और ये क्यों जरुरी है इसके बारे में जानेगें। मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग कई लोग पौधों में करते हैं, ताकि ग्रोथ अच्छी हो।
पौधों में मुल्तानी मिट्टी क्यों डाली जाती है-Why is Multani Mitti added to plants?
मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग अक्सर बागवानी में किया जाता है। इसका प्रयोग मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार और पौधों की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए जरुरी है। मुल्तानी मिट्टी को फुलर’स अर्थ या बेंटोनाइट क्ले भी कहा जाता है, एक प्राकृतिक खनिज मिट्टी है जिसके कई लाभकारी गुण हैं। ये फल और फूल लाने का किफायती तरीका है, जो बेहद कारगर है।
पौधों में मुल्तानी मिट्टी डालने के फायदे-Benefits of adding multani mitti to plants
जमीन की उर्वरता शक्ति को बढ़ाती है-Increases fertility of land
मुल्तानी मिट्टी जमीन की उर्वरता शक्ति को बढ़ाने के लिए जरुरी है। ये प्राकृतिक खनिज है, जिसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें मैग्निशियम, कैल्शियम और सिलिकॉन होता है, जो पौधों के विकास के लिए जरुरी है।
जल धारण क्षमता में सुधार करती है मुल्तानी मिट्टी-Multani mitti improves water holding capacity
जलधारण क्षमता को बेहतर बनाने का काम मुल्तानी मिट्टी करती है। ये मिट्टी को ढीला बनाती है और हवादार बनाती है। इससे जमीन में पानी अच्छे तरीके से अवशोषित हो जाता है।इसलिए पौधों में इसका प्रयोग लाभकारी है।
जड़ों को मजबूत बनाती है मुल्तानी मिट्टी-Multani mitti strengthens the roots
इसको मिट्टी में डालने से पानी जमीन में अच्छे तरीके से अवशोषित होता है और संपूर्ण पोषक तत्व भी जड़ों तक पहुंचते हैं। मुल्तानी मिट्टी के प्रयोग से पौधे की जड़ों का विकास बेहतर ढंग से होता है और ये मजबूत भी बनती है।
कीटों और बीमारियों से पौधे को बचाती है-Protects the plant from pests and diseases
मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग पौधों में करते हैं, तो ये सुरक्षात्मक परत बना देती है। इससे पौधों का बचाव कई कीटों और बीमारियों से हो जाता है। ये जमीन से उत्पन्न होने वाले हानिकारक कीटों से पौधे का बचाव करती है।
तापमान नियंत्रण करने में सहायक-helps in controlling temperature
मुल्तानी मिट्टी तापमान नियंत्रण करने में उपयोगी है। ये मिट्टी को गर्मियों में ठंडा और सर्दियों में गर्म रखने का काम करती है। मौसम में बदवाल के चलते अधिकतर पौधे खराब होते हैं। ऐसे में मुल्तानी मिट्टी का प्रयोग तापमान को नियंत्रित रखता है। तापमान के बदलाव से पौधों को बचाया जा सकता है।
खरपतवारों को दबाती है मुल्तानी मिट्टी-Multani mitti suppresses weeds
जैसा की पहले बताया ये मिट्टी की ऊपर सुरक्षात्मक लेयर बनाती है। जिससे खरपतवारों को रोका जा सकता है। यह मिट्टी को ढककर खरपतवारों को बढ़ने से रोकता है, जिससे आपको खरपतवार नियंत्रण में कम समय और मेहनत लगती है।
पौधों में मुल्तानी मिट्टी प्रयोग करने का तरीका-Method of using multani mitti in plants
मिट्टी में मिलाएं
- पौधा उगाते समय पहले, मिट्टी में 10-20% मुल्तानी मिट्टी मिलाएं।
- ये मिट्टी को ढीला और हवादार बना देगी।
- ये मिट्टी की जल धारण क्षमता में सुधार करेगी।
गमले में डालें
- गमले में मिट्टी तैयार करते समय, 10% मुल्तानी मिट्टी मिलाएं।
- ये गमले में मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करेगी।
- ये पौधों को बेहतर विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करेगी।
मल्चिंग करें
- मिट्टी की सतह पर 1-2 इंच मोटी परत मुल्तानी मिट्टी फैलाएं।
- यह नमी को बनाए रखने में सहायता करेगी।
- खरपतवारों को दबाने और मिट्टी के तापमान को नियंत्रित करने में भी हेल्प करेगी।
बीज उगाते समय
- बीज बोने के लिए मिट्टी में 20% मुल्तानी मिट्टी मिलाएं।
- ये बीजों को अंकुरित होने और मजबूत पौधों में विकसित होने में मदद करेगी।
पानी में मिलाकर
- 1 लीटर पानी में 1 बड़ा चम्मच मुल्तानी मिट्टी घोलें।
- इस घोल को पौधों की जड़ों में डालें या पत्तियों पर छिड़काव करें।
- ये पौधों को पोषक तत्व प्रदान करेगी और उन्हें स्वस्थ रखने में मदद करेगी।
पौधों में मुल्तानी मिट्टी प्रयोग करते समय बरतें सावधानी-Be careful while using multani mitti
- मुल्तानी मिट्टी का ज्यादा उपयोग न करें।
- इससे मिट्टी बहुत कठोर हो सकती है और पानी का निकास कम हो सकता है।
- यदि आप मिट्टी में मुल्तानी मिट्टी मिला रहे हैं, तो मिट्टी की pH जांच कर लें।
- मुल्तानी मिट्टी थोड़ी क्षारीय होती है।
- आपकी मिट्टी पहले से ही क्षारीय है, तो इसका उपयोग कम करना है।
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