Written by: RAKHI SHARMA
आज की दौड़ती भागती जिंदगी में व्यक्ति क्षमता से अधिक कार्य करना चाहता है, और कर भी रहा है। अधिक पाने की चाहत में सही समय पर सही आहार न लेने के कारण व्यक्ति अनेक बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। उसे अनेक प्रकार की बीमारियां हो रही हैं। हालांकि इस दौड़ भाग में जूस आसानी से उपलब्ध होने वाला हैल्दी फूड है। जिससे बहुत सी बीमारियां भी ठीक की जा सकती हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे की किस जूस की मदद से कौन सी बीमारी ठीक की जा सकती है। किस बीमारी में किस चीज का जूस या रस लेना है आइए जानें।
विशेष समस्या के लिए विशेष जूस
- सर्दी जुकाम– गाजर ,अनन्नास, अदरक ,लहसुन
- डिप्रेशन – गाजर,सेब,पालक, चुकंदर,नोनी
- सिरदर्द– सेब ,खीरा,अदरक, अजमोद
- डायबिटीज– गाजर, पालक,अजमोद
- अल्सर– पत्ता गोभी, गाजर ,अजमोद
- अस्थमा– गाजर ,पालक सेब,लहसुन, नींबू
- हाईबीपी – चुकंदर, खीरा, अदरक
- वातरोग– गाजर, अनन्नास ,नींबू
- किडनी डिटॉक्स -गाजर, तरबूज , खीरा,
- किडनी स्टोन– संतरा, सेब, तरबूज, नींबू
- आंखें– गाजर, अजमोद
- तनाव– स्ट्रॉबेरी ,नाशपाती
- कॉन्स्टिपेशन– गाजर, सेब, ताजा पत्ता- गोभी
- थकान – गाजर, चुकंदर, हरा सेब, नींबू ,पालक
- मेमोरी लॉस -अनार, चुकंदर ,अंगूर,
- नर्वसनेस– गाजर ,अनार
- खट्टी डकार– अनन्नास, गाजर ,नींबू , पुदीना
- अत्यधिक नशा– सेब गाजर ,चुकंदर, नींबू
जूस बनाते में इन बातों का रखें ध्यान
जूस बनाते समय हमें कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए। क्योंकि यह गलतियां सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होती है। आइए जानते हैं जूस बनाने में किन बातों की सावधानियां रखना बहुत जरूरी होती है। जिससे जूस स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। जो हमारी सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है।
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- फ्रिज में नहीं रखें, ताजा जूस पीएं– जूस बनाने के बाद उसका तुरंत सेवन करना चाहिए। इसे फ्रीज में रखकर सेवन नहीं करना चाहिए। ज्यादा देर तक रखे होने की वजह से इसमें विभिन्न रसायनिक क्रियाएं शुरू हो जाती है जो नुकसानदायक साबित होती है।
- मशीन नहीं हो गर्म- जिस मशीन में तैयार कर रहे हैं, वह बहुत अधिक गर्म तो नहीं होती है। कई बार मशीन में तैयार किया गया जूस न्यूट्रीशन को कम कर देता है। क्योंकि अधिक गर्माहट की वजह से फलों और सब्जियों में मौजूद पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं। इस कारण आप इस बात का ध्यान रखें कि जूसर अत्यधिक गरम तो नहीं हो रहा है। अगर उसका सही टेंपरेचर है। तो आप जूस तैयार करने के बाद तुरंत आजा ही पीएं, उसे फ्रीज में नहीं रखें। क्योंकि ताजा जूस सेहत के लिए बहुत अच्छा होता है।
- मीठी चीजों को नहीं करें शामिल-
जूस तैयार करते समय ध्यान रखने वाली अहम बात यह है कि आप जूस में शक्कर आदि मीठी चीजें नहीं डालें। मीठे फलों को भी शामिल नहीं करें तो बहुत अच्छा है। क्योंकि इससे शुगर लेवल बढ़ जाता है। इसलिए आप ऐसे फल और सब्जियों का उपयोग करें जो शुगर नहीं बढ़ाएं। - बीज जरूर निकालें
कई बार आप जूस तैयार करते समय फलों के बीज भी शामिल कर लेते हैं। इसलिए उसका स्वाद भी खराब हो जाता है। क्योंकि बीजों में कड़वापन तो रहता ही है। कई फल और सब्जियों के बीज सेवन करने लायक भी नहीं होते हैं। इसलिए आप उन्हें सबसे पहले निकाल दें। ताकि आपका जूस अधिक पौष्टिक और स्वादिष्ट बने। - ताजा सब्जियों का अधिक उपयोग
जूस तैयार करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आप जिन फलों और सब्जियों का उपयोग कर रहे हैं। वे ताजा होनी चाहिए, क्योंकि ताजा सब्जियों और फलों का जूस काफी पौष्टिक और हेल्दी होता है। इस बात का भी ध्यान रखें कि अधिक हरी सब्जियां मिक्स नहीं करें। क्योंकि इससे जूस भी कड़वा हो सकता है। इसलिए फल और सब्जियों का उपयोग संतुलित मात्रा में करना चाहिए। जिससे उसका स्वाद अच्छा रहे।
अतः वर्तमान समय में जब आप स्वास्थ्य सही रख पाएंगे तभी आप एक बेहतर भविष्य में कदम रख पाएंगे।