Tips For Daughter in law: शादी के बाद जब लड़की अपने ससुराल जाती है, तो उसको कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ये बात सत्य है कि लड़की पराया धन ही होता है, उसको शादी करके दूसरे घर जाना ही जाना है। ये रीत सदियों से चली आई है और शायद सदियों तक ही चलती रहेगी। अगर आप लड़की हैं, तो बहुत कम चांस है कि आप अपने माता-पिता के साथ उम्र भर रह सकते हैं।
लड़की को अपने घर को छोड़कर अचानक से दूसरे घर में शिफ्ट कर दिया जाता। दूसरे दिन ही उसको उस घर के नियम और कानूनों का पालन करने की सलाह दी जाती है। उसके लिए सबकुछ अनजान होता है। एक जानवर को भी माहौल के अनुसार डलने में वक्त लगता है, लड़की तो फिर भी इंसान है। आज के इस लेख में जानते हैं कि लड़कियां ससुराल वालों से क्या उम्मीद करती हैं।
ससुराल आने के बाद लड़कियों की उम्मीदें
जब किसी की बेटी आपके घर में बहु बनकर आती है, तो उसको आपसे बहुत सी उम्मीदें होती है। वो ननद में अपनी सहेली खोजने का प्रयत्न करती है, जो उसके साथ हंसी मजाक करे, जिसके साथ वो अपने सिक्रेट शेयर कर सके। सासु में वो एक मां खोजने का प्रयास करती है, जो उसे ताने देने की बजाए, उसके सिर पर हाथ रखें। गलती होने पर सुनाने की बजाए उसकी सुने।
ससुराल आने पर लड़कियों को क्या मिलता है
छोटी-छोटी बातों पर ताने
जब लड़की ससुराल में होती है, तो उसको छोटी-छोटी बातों पर ताने दिए जाते हैं। अगर उसने रोटी गोल नहीं बनाई, तो इस बात पर भी उसको तानो का सामना करना पड़ सकता है।
छोटी गलती पर भी जबरदस्त डांट
बहु को अपने ससुराल में छोटी से गलती पर भी भारी डांट का सामना करना पड़ सकता है। लड़कियों को इन सब के लिए तैयार रहने की जरुरत होती है।
इग्नोर करते हैं
बहुत मामलों में ऐसे भी देखा गया है कि बहु को इग्नोर कर दिया जाता है। घर में जब सब लोग बैठकर बात कर रहे हैं और अचानक बहु आ जाए, तो सब चुप हो जाते हैं। कई बार खाने पीने की वस्तुओं में भी उसके साथ भेदभाव किया जाता है।
कोई हेल्प नहीं करता
बहु की ससुराल में कोई हेल्प करने वाला नहीं होता है। जो मां अपनी बेटी की हर बात में मदद करती है, वो अपनी बहु की बिल्कुल भी हेल्प नहीं करवाती। सास बहु को सिर्फ काम करने वाली मशीन समझती है, जिससे जितना काम लिया जाए वो कम है।
ननद नहीं देती साथ
जिस ननद को वो दोस्त बनाने के सपने देखती है, वही ननद अपन भाभी की हर बात पर टांग खींचने से पीछे नहीं हटती। मां से घंटों भर भाभी की चुगलियां करना उनका पसंदीदा काम बन जाता है। वो अपनी भाभी का पक्ष कभी नहीं लेती, जबकि उन्हें ये समझने की जरुरत होती है कि वो खुद भी किसी की भाभी है या बनने वाली है।
पति बंद कमरे में जताते हैं सहानुभूति
घर में जब सास-बहु की लड़ाई हो जाती है, तो बहुत कम चांस है कि आपका पति आपके पक्ष में बोलेगा। बंद कमरे में ही आपको अपने पति का प्यार और सहानुभूति मिल सकती है। मां के सामने जुबान लड़ाने का काम भारतीय पुरुष बहुत कम करते हैं।
ससुराल वालों को है समझने की जरुरत
बहु भी किसी की बेटी है
ससुराल वालों को ये समझने की जरुरत है, ये भी किसी की बेटी है। उनको ये समझना चाहिए कि अपनी बेटी के साथ अगर कुछ गलत हो, तो हमें कैसा महसूस होगा। अगर कुछ गलत कर रहे हो तो, पहले अपनी बेटी के बारे में सोचकर अपनी बहु के साथ गलत करें।
पति को समझने की जरुरत
ससुराल में एक बहु किसी से मदद नहीं मांग सकती है। पति को ये समझना होगा कि वो उसके लिए सबकुछ छोड़कर आई है। एक पति की जिम्मेदारी बनती है कि पत्नी के साथ कुछ गलत न हो। अगर आप अपनी मां के सामने जुबान नहीं लड़ा सकते, तो आपको सबके सामने अपनी पत्नी के साथ ऊंची आवाज में बात करने का आपको कोई हक नहीं है। अगर आपकी मां कुछ गलत कर रही है, तो आपको उसे समझाने की जरुरत है।
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