WhatsApp Group Join Now

पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए सिर्फ मिट्‌टी ही काफी नहीं है।  फल व फूलों की अच्छी पैदावार के लिए खाद और उर्वरक (manure and fertilizers) की जरूरत होती है। लेकिन यदि खाद और उर्वरक बाजार से खरीदे जाएं तो ये काफी महंगे भी पड़ते हैं साथ ही कैमिकल युक्त भी होते हैं। क्योंकि यदि किचिन गार्डनिंग की जा रही है तो इसका जैविक(organic) होना जरूरी है। ऐसे में यदि उर्वरक और खाद घर पर ही तैयार किए जाएं तो बेहतर है। लेकिन बहुत से लोगों का मानना है कि जैविक खाद व उर्वरक ( organic manure and fertilizers) से अच्छी पैदावार नहीं होती है। जिसकी वजह से वे किचिन गार्डनिंग भी छोड़ देते हैं। लेकिन इस लेख में हम आपको अपनी रसोई से ही अच्छी खाद व उर्वरक (manure and fertilizers) तैयार करने के तरीके बताएंगे (how to prepare organic fertilizers)। जिनकी मदद से सब्जियों की पैदावार दस गुना बढ़ाई जा सकती है। खास बात है कि यह पूरी तरह ऑर्गेनिक होते हैं। साथ ही सस्ते भी होते हैं। 

रसोई होती है खाद की फैक्ट्री

घर का रसोई घर ही खाद बनाने की फैक्ट्री होती है। किचिन से निकलने वाले वेस्ट प्रोडक्ट ही खाद की सामग्री होती है। जिसमें सब्जियों के छिलके, अंडे व खराब फल शामिल हैं। इन्हें हम अनजाने में ही डस्टबीन में फेंक देते हैं। ये ही प्राकृतिक उर्वरक व खाद के तौर पर काम करते हैं। पौधों में इन खराब व वेस्ट छिलकों की मदद से ही ढेरों सब्जियों की पैदावार की जा सकती है। इन छिलकों में कई मिनरल्स होते हैं जो पौधों को पोषण देंगे और बढ़ने में मदद करेंगे।

केले के छिलके की खाद(Banana Peel Fertilizer) 

केला पोटैशियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है। उसी तरह इसके छिलके भी दोनों पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। अगर पौधों को केले की खाद दी जाती है तो सब्जियों के पौधे के तने, जड़ और फलों की ग्रोथ अच्छी होती है। इसके साथ इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम  भी होता है। इसका फर्टिलाइजर बनाने के लिए  केले के छिलकों को पानी से भरी बाल्टी में डालकर 2 हप्तों के लिए रखे।  2 हप्तों के बाद उस पानी को सब्जी के पौधों की मिट्टी में डाल दें। इसके साथ ही इस लिक्विड को पत्तियों पर स्प्रे किया जा सकता है। केले के छिलकों को सुखाकर पाउडर के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। 

अंडे के छिलकों का खाद(Egg Shell Fertilizer) 

आज के समय पर अमूमन हर एक घर में अंडे के छिलकों का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं अंडे के छिलकों के फेंक दिया जाता है। लेकिन अंडे के छिलके भी पोष्टिकता से भरपूर होते हैं। अंडे के छिलकों से पौधों को कैल्शियम और पोटेशियम पोषक तत्व मिलते हैं। यदि लगातार Egg Shell Fertilizer का प्रयोग किया जाए तो सब्जियों की पैदावर बढ़ती है। इसका फर्टिलाइज बनाना बेहद आसान है। अंडे के छिलकों को हाथ से मसलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ लेना चाहिए। अन्यथा मिक्सी में बारीक़ पीस लें। अब इस पाउडर को गमलों की मिट्‌टी में मिला दें। इससे सब्जियों की पैदावार बढ़ेगी। 

read also: किचिन गार्डन के लिए तैयार करें जैविक खाद

चाय पत्ती व कॉफी की खाद

पौधों की अच्छी ग्राेथ के लिए चाय पत्ती बेस्ट खाद है। हर दिन घर में चाय बनती है। चाय बनने के बाद चायपत्ती को फेंक दिया जाता है। लेकिन यदि इसे खाद के तौर पर इस्तेमाल किया जाए तो इससे अच्छा कोई खाद नहीं है। नॉर्मल चाय पत्ती  या फिर ग्रीन टी दोनों ही गार्डन के बहुत काम आ सकती है। लेकिन ध्यान रखें कि अगर आप मीठी चाय पीते हें तो चाय पत्ती को एक बार पानी से धो लें। इसके साथ ही सब्जी के पौधे में कॉफी पाउडर डालने से भी पौधों को फायदा पहुँचता है। कॉफी में लगभग 2 प्रतिशत नाइट्रोजन, 0.06 प्रतिशत फॉस्फोरस और 0.6 प्रतिशत पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, बोरॉन, कॉपर, आयरन और जिंक आदि होते हैं। 

सब्जियों के छिलकाें का करें प्रयोग

खाद के तौर पर सब्जियों के छिलके भी बड़े काम की चीज हैं। यह बिल्कुल फ्री की खाद होती है। इसमें प्याज, टमाटर, लहसुन, खीरा, लौकी आदि के छिलकों का इस्तेमाल किया जाता है। जिस कॉम्पोस्ट को आप घर पर तैयार करेंगी वो बाहर के कॉम्पोस्ट से बहुत ही ज्यादा बेहतर साबित होगा।  किचिन वेस्ट से कंपोस्ट बनाना आसान है। सब्जियों को किसी भी कंटेनर में भरकर रख दें। इसमें मिट्‌टी और गोबर की कुछ मात्रा मिलाई जा सकती है। इसे बीच-बीच में हिलाते रहें। दो से ढाई महीने के भीतर ही कंपोस्ट बनकर तैयार हो जाएगा। इसमे आप कचरा बढ़ाते रहें। 

read also: कहीं आप तो नहीं कर रहे पौधों को खाद देने में ये गलती

सब्जियों का पानी – Vegetable Cooking Water 

सब्जियों को हम कई बार हम उबाल कर बनाते हैं। जिसमें आलू, अंडा, छोले, राजमा जैसी सब्जियां शामिल हें। इनके बचे हुए पानी को नाली में बहाने से अच्छा है कि इसको गमले में डाल दिया जाए। क्योंकि इसमें भी पोषक तत्वों की मात्रा होती है। ऐसे में ये पोषक तत्व सीधे पौधों को मिल सकते हैं। इसी तरह चावल व दाल को धोने के बाद बचे पानी को भी सीधे पौधों में डाल देना चाहिउ। इससे पौधों को पानी भी मिल जाता है साथ ही अन्य पोषक तत्व भी पहुंच जाते हैं। 

इन बातों का रखें ध्यान

  1. पके हुए भोजन से कम्पोस्ट तैयार न करें। 
  2. चाय पत्ती को हमेशा धोने के बाद गमलों में प्रयोग करें। 
  3. सिर्फ एक ही तरीके का खाद न रखें। 
  4. पौधों पर जल्दी असर के लिए लिक्विड फर्टिलाइजर दें। 

 

WhatsApp Group Join Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *