Soil tips-पौधे लगाने के लिए मिट्टी पर काम करना जरुरी है। अगर आपकी मिट्टी अच्छी नहीं, तो गार्डनिंग में आप फेल हो सकते हैं। गार्डनिंग में आपको सबसे ज्यादा काम मिट्टी पर करना है। मिट्टी में जान होगी, तो पौधों में जान आएगी। बहुत बार आपके पास रखी मिट्टी बंजर हो जाती है। आप इसको बेकार समझकर फेंक देते हैं। आज हम आपको इस मिट्टी को दोबारा कैसे इस्तेमाल करना है और पौधों के लिए बेस्ट मिट्टी कैसै तैयार करनी है इसकी जानकारी देंगे।
मिट्टी खराब होने के कारण (due to soil degradation)
हेल्दी मिट्टी तैयार कैसे करनी है, इस बारे में जानने से पहले ये जानते हैं कि मिट्टी खराब क्यों हो जाती है। बहुत से लोगों की शिकायत होती है कि उनके घर पर अच्छी मिट्टी नहीं है। गमले की मिट्टी खराब हो गई है। अगर आपकी भी ये शिकायत है, तो बता दें किसी भी मिट्टी को आप उपजाऊ बना सकते हैं। मिट्टी खराब होती है आपकी गलती के कारण। जब आप पौधों में फर्टिलाइजर नहीं डालते हैं, तो मिट्टी के पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं।
आप कंटेनर गार्डनिंग कर रहे हैं, तो समय पर पौधों को जैविक खाद देना जरुरी है। ऐसा नहीं कर रहे हैं, तो पौधे मिट्टी से सभी पोषक तत्व ले लेते हैं और मिट्टी बेकार हो जाती है। जब-जब हम पौधे में पानी डालते हैं, तब-तब वो मिट्टी से पोषक तत्व लेते हैं। जो मिट्टी प्रयोग में नहीं ले रहे हैं, उसको खुला धूप में रखने से वो खराब हो जाती है। इससे मिट्टी की नमी उड़ जाती है। आप इस मिट्टी को गीला करके पत्तों की मल्चिंग कर दें और शेड में रखें।
जब ज्यादा कैमिकल युक्त खाद का इस्तेमाल आप करते हैं। जैसे – यूरिया, डीएपी, एनपीके आदि तो इनसे आपको एक दो साल बहुत अच्छा रिजल्ट मिलता है। आप जब ज्यादा इस्तमेाल करने लगते हैं, तो ये मिट्टी में मौजूद सूक्ष्मजीवों को खत्म कर देते हैं। इससे मिट्टी बंजर हो जाती है। कोशिश करें हमेशा आर्गेनिक गार्डनिंग करें।
मिट्टी को ताकतवर कैसे बनाएं (How to strengthen soil)
आवश्यक सामग्री (necessary ingredients)
- मिट्टी
- नीम खली
- दालचीनी पाउडर
- वर्मीकंपोस्ट
- कोकोपीट
- बालु रेत
- सीवीड
ताकतवर मिट्टी तैयार करने की विधि (Method of preparing powerful soil)
मिट्टी- आपको दस किलो मिट्टी लेनी है। आप नार्मल गार्डन की मिट्टी लीजिए या कोई पुराने गमले की मिट्टी जो बेकार पड़ी हो ले सकते हैं। इसमें से आपको कंकड़-पत्थर हटा लेने हैं।
वर्मीकंपोस्ट- मिट्टी को सॉफ्ट करने के लिए आपको कंपोस्ट डालनी जरुरी है। इससे मिट्टी में ह्युमस एड होती है। इससे सूक्ष्मजीवों की गतिविधि बढ़ती है और मिट्टी में जान आती है। दस किलो मिट्टी में आप पांच किलो वर्मीकंपोस्ट मिलाएं।
कोकोपीट- कोकोपीट मिट्टी में नमी को बनाएं रखने के लिए जरुरी है। ये पानी को होल्ड करके रखता है और मिट्टी को सॉफ्ट बनाता है। इसको डालने से मिट्टी हल्की बनकर तैयार होती है। आपको इसमें ढाई किलो कोकोपीट मिलानी है।
नीम खली- नीम खली फंगीसाइड के रुप में काम करती है। आप इसको मिट्टी में जरुर मिलाएं। ये पौधों की जड़ों को कीटों से बचाती है। ये मिट्टी को उपजाऊ भी बनाता है। आप दो सौ ग्राम नीम खली इसमें मिलाएं।
दालचीनी पाउडर- दालचीनी पाउडर फंगीसाइड के रुप में काम करता है। कई बार नीम खली डालने पर भी मिट्टी में फगंस या कीड़े लग जाते हैं। आप अन्य फंगीसाइड या दालचानी पाउडर इसमें डालें। ये अच्छा रुट्स प्रमोटर है और जड़ों का विकास करता है। आप पचास ग्राम दालचानी पाउडर इसमें डालें।
बालू या रेत- अगर आपको रेत की जरुरत लग रही है, तो इसमें डाल सकते हैं। आप इसको हाथ में लेकर चे करें। अगर मिश्रण हाथों के चिपक रहा है, तो सेंड डाल सकते हैं। अगर आपके मिट्टी में पहले से बालू एड है तो आप इसको स्किप कर दीजिए। ध्यान रहे ये मिट्टी में डालते हैं, तो दिखनी नहीं चाहिए।
सीवीड- सीवीड भी मिट्टी को उपजाऊ बनाता है। आपने जितनी मात्रा में नीम खली मिलाइ है यानि दो सौ ग्राम। आप सीवीड भी दो सौ ग्राम ही इसमें मिलाएं।
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