अधिकतर लोगों को पैर पर पैर रखकर बैठने की आदत होती है। बड़ों को देखकर यही आदत छोटे बच्चे भी अपनाने लगते हैं। कुछ लोग इसे बेस्ट पर्सनैलिटी का हिस्सा समझते हैं। तो वहीं इस पोजिशन में बैठने पर काफी कंफर्टेबल महसूस करते हैं। लेकिन क्रॉस लैग पोजिशन में बैठना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो रहा है। हाल ही में हुई रिसर्च के मुताबिक इस तरह की पोजिशन कई बीमारियों को न्यौता दे रही हैं।
लैंकेस्टर यूनिवर्सिटी में क्लिनिकल एनाटॉमी लर्निंग सेंटर के डायरेक्टर प्रो. एडम टेलर (Professor Adam Taylor) ने क्रॉस लेग्स पॉजिशन की वजह से होने वाले नकारात्मक प्रभावों को बताया है।
क्रॉस लेग से होने वाली समस्याएं
- रिसर्च के मुताबिक क्रॉस लेग करके बैठने से घुटने के नीचे की एक नर्व पर प्रेशर पड़ता है जिससे दर्द या अकड़न शुरू हो जाती है।
- इस पोजिशन में बैठने से पुरुष के स्पर्म काउंट पर असर पड़ता है। बैठे होने पर अंडकोष का तापमान 2C (35.6F) बढ़ जाता है। वहीं जो कोई अगर क्रॉस लेग पोजिशन में बैठता है तो यह आंकड़ा बढ़कर 3.5C (38.3F) हो जाता है।
- इससे हिप्स का अलाइमेंट गलत हो जाता है। इससे रीढ़ और कंधों की हड्डियों में भी दर्द शुरू हो सकता है।
- इस पॉजिशन में बैठने से पूरी बॉडी में सामान्य रूप से ब्लड सर्कुलेट नहीं हो पाता। ऐसे में ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या हो सकती है। जिन लोगों को बीपी की समस्या हो, उन्हें इस पोजिशन में बैठने से बचना चाहिए।
- क्रॉस लैग बैठने पर एक पैर पर अधिक दबाव पड़ता है। पैरों के सुन्न होने की समस्या पैदा हो जाती है।
भारतीय संस्कारों में भी माना गया है अशुभ
भारतीय संस्कारों में भी पैर पर पैर रखकर बैठने को अशुभ माना गया है। ऐसा माना जाता है कि पांव के ऊपर पांव रखकर बैठने से धन की देवी मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं। पंडित देवीलाल ने बताया कि शाम के वक्त तो इस पोजिशन में कभी नहीं बैठना चाहिए। इस तरह बैठने वाला व्यक्ति कभी भी धन अर्जित नहीं कर पाता। हमेशा आर्थिक संकट से जूझना पड़ता है।
पैर पर पैर रखकर सोना भी गलत
पैर पर पैर रखकर बैठने के साथ ही कुछ लोग पैर पर पैर रखकर सोते हैं। इस संबंध में गुरुग्राम के पंडित वंशीधर का कहना है कि इस तरह से सोना भारतीय संस्कारों में अशुभ है। उनका मानना है कि ऐसे सोने से उम्र भी कम होती है। ऐसे लोगों को अपने से ज्यादा दूसरों की चिंता सताती है और वो हमेशा दूसरों को खुश करने में लगे रहते हैं।