Screen Time Limit: दो साल से छोटे बच्चों का स्क्रीन-टाइम शून्य होना चाहिए। बच्चा दो से पांच साल का है तो अधिकतम 1 घंटे ही रखें। आपका बच्चा अपने आप फोन खोलकर वीडियो चलाने लगे या किसी को फोन कर दे तो हम उसकी प्रशंसा करते नहीं थकते। शुरू मेंये आदत अच्छी लगने वाली लेकिन धीरे-धीरे बच्चे के स्क्रीन आदि हो जाते है। वहीं, स्क्रीन टाइम के कुछ लाभ है तो वहीं कुछ नुकसान भी है। स्क्रीन टाइम से बच्चों का बौद्धिक विकास होता है व व्यक्तित्व में अनुशासन आता है। संचार कौशल बेहतर होता है, सोचने-समझने और समस्या निवारण कौशल का विकास होता है।
समग्र विकास में बाधा डालता है स्क्रीन -टाइम
स्क्रीन-टाइम, बच्चों के नींद को बाधित कर सकता है। आंखों को भी नुक़सान पहुंचता है। स्क्रीन का ज़्यादा उपयोग बच्चे के समग्र विकास में बाधा डालता है। स्क्रीन पर बिताया समय उन्हें उन अनुभवों से दूर ले जाता है जो वास्तव में सीखने में सहायता करते हैं।
संचार और संज्ञानात्मक क्षमताएं कम विकसित होती है
याद रखने की क्षमता भी प्रभावित होती है और ध्यान भी बाधित होता है। फोन, टैब के इस्तेमाल से उछल-कूद नहीं करते जिससे वे शारीरिक रूप से पूर्ण स्वस्थ्य नहीं रहते। उनका व्यवहार चिड़चिड़ा हो जाता है और ज़िद्दी होने के साथ ही वे धीरे-धीरे अकेला रहना पसंद करने लगते हैं।शिशु अगर स्क्रीन का अधिक इस्तेमाल करते हैं, तो उनमें संचार और संज्ञानात्मक क्षमताएं कम विकसित होती है।
कैसे बचाएं स्क्रीन से
- लोरी गुनगुनाने की कोशिश करें क्योंकि आवाज़ अगर फोन से आएगी तो शिशु फोन को लेकर जिज्ञासु रहेगा।
- उन्हें कहानियां सुनाएं।
- उन्हें ऐसी किताबें दें जो रंग-बिरंगी होने के साथ ही टेक्सचर्ड भी हों।
- बच्चों को प्रकृति से रूबरू कराना भी बेहतर होगा।
- मनोरंजन या ध्यान भटकाने के लिए उन्हें स्क्रीन पर व्यस्त रखने के बजाय उनके साथ खेलें।
- रुचि जगाने के लिए भड़कीले रंग के खिलौने चुनें।
- म्यूजियम, थिएटर और पार्क आदि घुमाने ले जाएं।
- क्राफ्ट करें, इससे वे रचनात्मक बनेंगे।
- शिशु को रंग-बिरंगी चीज़ें आकर्षित करती हैं। वे बोरियत महसूस न करें इसलिए उनके साथ मिलकर खेलें।
टीवी के समय को नियंत्रित करें
बच्चों की बेवजह फोटो न लें। फोन, टैब या लैपटॉप का इस्तेमाल बच्चे से दूर रहकर ही करें। कार्य को निपटाने या खाना खिलाते समय उन्हें फोन न दें। रिश्तेदार या परिचित का कॉल आने पर बच्चे से बात कराने का समय भी सीमित रखें। बच्चों को स्क्रीन से दूर रखने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि उनके लिए एक इंट्रेस्टिंग और बिजी शेड्यूल बनाएं।