गुरुग्राम। प्राइवेट स्कूल संघ ने शिक्षा विभाग द्वारा प्राइवेट स्कूलों को दोबारा से मान्यता रिव्यू के लिए फार्म नंबर दो भरने के आदेशों पर कड़ा रोष जताया है। इस संबंध में जल्द ही प्रदेश स्तरीय बैठक बुलाकर आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।
संघ के प्रदेशाध्यक्ष सत्यवान कुंडू, प्रांतीय महासचिव पवन राणा, अशोक कुमार, रणधीर पूनिया व राजकुमार पाली, संरक्षक तेलूराम रामायणवाला, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय धतरवाल व दयानंद बाजल ने कहा कि जिन स्कूलों ने स्थाई मान्यता लिए हुए दस वर्ष या इससे अधिक समय हो गया है, उनसे पंचकुला शिक्षा निदेशालय ने मान्यता रिव्यू के लिए दोबारा से दो नंबर फार्म ऑनलाइन भरने के आदेश जारी किए हैं। यह सरासर गलत है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा।
कुंडू ने कहा कि पहले चार अक्टूबर 2018 को रिन्यूवल का पत्र शिक्षा निदेशालय ने जारी किया था, जिसको लेकर प्राइवेट स्कूल संघ का प्रतिनिधिमंडल संयुक्त निदेशक राजीव प्रसाद से शिक्षा सदन में मिला था और कहा था कि मान्यता का जो पत्र जारी किया गया है, उसमें कहीं भी रिन्यूवल का कोई शब्द नहीं है। इसमें केवल दस वर्ष बाद रिव्यु यानि समीक्षा करने की बात कही गई है। समीक्षा के लिए दोबारा से फार्म नंबर दो आवेदन करने की जरूरत नहीं है। इस पर संयुक्त निदेशक ने संघ की बात को जायज मानते हुए केवल समीक्षा करने की बात कही थी। लेकिन अब दोबारा से पांच वर्ष बाद निजी स्कूलों को तंग करने व भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए दोबारा से दो नंबर फार्म ऑनलाइन भरने के लिए मजबूर किया जा रहा है।
संघ नेताओं ने कहा कि कोई भी निजी स्कूल यह फार्म नहीं भरेगा, क्योंकि यह फार्म केवल नई मान्यता लेने के समय ही भरना होता है, जबकि ये स्कूल तो पहले से ही स्थाई मान्यता लिए हुए हैं। उन्होंने मांग की कि शिक्षा विभाग ऐसे आदेशों को वापस लेते हुए ऐसे संबंधित स्कूलों से केवल एफिडेविट लेकर उसकी मान्यता को रिव्यू करे। इस संबंध में संघ का एक प्रतिनिधिमंडल भी जल्द ही शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुज्जर से मुलाकात करते हुए अपना पक्ष रखेगा।