क्या आपने कभी नागलिंग का फूल या पौधा देखा है। यह काफी रहस्यमयी पौधा है। इस पर आने वाले फूल बेहद खूबसूरत होते हैं। जो बिल्कुल शिवलिंग व उनपर लिपटे नागों की तरह दिखाई देते हैं। लेकिन खास बात ये है कि न तो इस फूल को शिवलिंग पर चढ़ाया जाता है और न ही कोई इसे छूना पसंद करता है। दरअसल इसके फूलों में से काफी दुर्गंध आती है। जो रात के समय और भी बढ़ जाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि नागलिंग के पेड़ पर एक ही दिन में 1000 से ज्यादा फूल खिलते हैं। इसके फूल छह पंखुड़ियों के साथ 6 सेंटीमीटर के होते हैं। इसके साथ ही इसमें गुलाबी और बैंगनी, सफेद और पीले आदि रंग भरे हुए हैं। दक्षिण भारत और महाराष्ट्र के शिव मंदिरों के आसपास ये पेड़ देखने को मिलता है।
मर कर फिर जिंदा हो जाते हैं फूल
इस पेड़ के रहस्यमयी होने की सबसे बड़ी बात यह है कि इसके फूल एक बार नष्ट होने के बाद फिर जिंदा हो जाते हें। ये फूल क्लोरीन के संपर्क में आने के बाद पूरी तरह नष्ट हो जाते हैं। इसी के साथ इस पेड़ के सारे पत्ते झड़ जाने के बाद सात दिनों में इस पर दोबारा पूरे पत्ते आ जाते हैं। नागलिंग के पेड़ को अंग्रेजी में कैननबॉल ट्री (Cannonball Tree) कहा जाता है। इसके फलों के कई औषधीय लाभ होते हैं। नागलिंग के फलों को चमगादड़ द्वारा बहुत पसंद किया जाता है। तमिलनाडु में इस फूल को नागलिंगम फूल कहा जाता है। फूल के बीच में शिवलिंग की आकृति दिखाई देती है और सांप के आकार के पराग आसपास होते हैं।
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इसके फूलों को कहा जाता है तोप का गोला
नागलिंग का फूल ही नहीं इसका फल भी रहस्यमयी है। इसे तोप का गोला कहा जाता है। दरअसल पेड़ के सीधे तने और मुख्य शाखाओं पर बड़े गोलाकार लकड़ी के जैसे फल लगते हैं। वे गुच्छों में लटके बड़े-बड़े जंग लगे तोप के गोलों की तरह होते हैं। अगर ये किसी के ऊपर गिर जाएं तो सिर को भी फोड़ सकते हैं। तोप के गोले वाले पेड़ों के तने पर आमतौर पर ‘सावधानी’ के संकेत लगे होते हैं। ताकि कोई इसके नीचे आकर न खड़ा हो। जिससे किसी को चोट न लगे। श्रीलंका की बौद्ध संस्कृति में तोप के गोले के फूलों का विशेष महत्व माना जाता है।
नागलिंग का पौधा किन बीमारियों में काम आता है
- नागलिंग का अर्क पेट दर्द को ठीक करने में सहायक है।
- घावों को जल्दी भर देता है।
- हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में ये मदद करता है।
- इसका अर्क दर्द और सूजन को कम करने के लिए फायदेमंद है।
- सर्दी खांसी में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
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