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सरसों की खली एक प्राकृतिक और सस्ता खाद है जो गार्डन में पौधों की वृद्धि और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसका इस्तेमाल करके आप अपने गार्डन को खिलखिला सकते हैं और पौधों को रोगों और कीटों से बचा सकते हैं। सरसों की खली, जिसे अंग्रेजी में “mustard cake” कहा जाता है, एक प्राकृतिक खाद है जो पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों से भरपूर होती है। यह मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाता है। चलिए इस लेख में हम गार्डन में सरसों की खली का प्रयोग करने के फायदे, नुकसान, खाद डालने का तरीका जानते हैं। 

गार्डन में सरसों की खली के फायदे

  • मिट्टी की उर्वरता में सुधार: सरसों की खली में नाइट्रोजन, फास्फोरस, पोटेशियम और सल्फर जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं जो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में मदद करते हैं।
  • पौधों की वृद्धि को बढ़ावा: सरसों की खली में मौजूद पोषक तत्व पौधों की जड़ों, तनों और पत्तियों की वृद्धि को बढ़ावा देते हैं।
  • पौधों को रोगों से बचाना: सरसों की खली में मौजूद एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण पौधों को रोगों से बचाने में मदद करते हैं।
  • कीटों को दूर भगाना: सरसों की खली में मौजूद गंध कुछ कीटों को दूर भगाने में मदद करती है।

गार्डन में सरसों की खली का इस्तेमाल कैसे करें:

  • मिट्टी में मिलाना: सरसों की खली को मिट्टी में मिलाकर खाद के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे मिट्टी में मिलाने से पहले इसे अच्छी तरह से कुचल लें।
  • पौधों के चारों ओर डालना: सरसों की खली को पौधों के चारों ओर भी डाला जा सकता है। पौधों से थोड़ी दूरी पर खली डालें और इसे मिट्टी में मिला दें।
  • पानी में भिगोकर इस्तेमाल करना: सरसों की खली को पानी में भिगोकर भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे पानी में भिगोकर कुछ दिनों के लिए रखें और फिर इस पानी को पौधों में डालें।

ध्यान रखने योग्य बातें:

सरसों की खली का इस्तेमाल करते समय मात्रा का ध्यान रखें। यदि आप इसका अधिक मात्रा में इस्तेमाल करेंगे तो यह पौधों को नुकसान पहुंचा सकता है। सरसों की खली को सीधे पौधों की जड़ों पर न डालें। इससे जड़ों को नुकसान पहुंच सकता है। सरसों की खली का इस्तेमाल करते समय मिट्टी को नम रखें।

गमलों के आकार के अनुसार खली की मात्रा

  • कच्ची सरसों की खली: 2-3 महीने में एक बार, 100 ग्राम प्रति वर्ग मीटर।
  • पकी हुई सरसों की खली: 1-2 महीने में एक बार, 50 ग्राम प्रति वर्ग मीटर।
  • डी-ऑयल्ड सरसों की खली: 1-2 महीने में एक बार, 25 ग्राम प्रति वर्ग मीटर।

किन पौधों में डालें सरसों की खली

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी पौधों को खली की समान मात्रा की आवश्यकता नहीं होती है। पौधे की किस्म, मिट्टी की स्थिति और खली के प्रकार के आधार पर आपको खुराक को समायोजित करना होगा।

सरसों की खली निम्नलिखित पौधों में डाली जा सकती है:

फलों के पौधे:

आम
नींबू
संतरा
अमरूद
अनार
केला
अंगूर
नाशपाती
पपीता

सब्जियों के पौधे:

टमाटर
आलू
बैंगन
भिंडी
गाजर
शलजम
मटर
पालक
मेथी

फूलों के पौधे:

गुलाब
चमेली
गेंदा
सूरजमुखी
मोगरा
रजनीगंधा
डेज़ी
लिली
ऑर्किड

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