गर्मी की छुट्टी मतलब मौज-मस्ती। लेकिन हर समय मौज-मस्ती भविष्य के लिए खतरा बन सकता है। इन छुट्टियों में बच्चे छोटी-छोटी बातों से हुनरमंद बन सकते हैं। वहीं अभिभावकों के सामने समस्या खड़ी हो जाती है कि वे अपने बच्चों को कैसे व्यस्त रंखें।
बच्चों की रुचि जानें
हर बच्चे में कोई न कोई हुनर होता है। इसलिए सबसे पहले अपने बच्चे के हुनर को पहचानें और उसे उसका प्रशिक्षण दिलाएं। बच्चों को खुद फैसला करने दें कि उन्हें छुट्टियों में क्या सीखना है। अभिभावक होने के नाते उन पर अपनी रुचि थोपने की कोशिश न करें।
समय सारणी
छुट्टियों का सदुपयोग तभी हो सकता है जब बच्चे की पूरी दिनचर्या की समय सारणी हो, ताकि बच्चा समय पर अपना काम करे। अगर आप बच्चे की समय सारणी छुट्टियों में भी बना कर रखेंगे, तो बच्चे की स्कूल से भी शिकायत नहीं आएगी।
सकारात्मक सोच की सीख दें
बच्चों को सकारात्मक सोच के बारे में समझाना चाहिए। उन्हें सिखाएं कि नकारात्मक सोच उन्हें कमजोर बनाती है, जबकि सकारात्मक सोच उन्हें मजबूत बनाती है। इसके लिए पैरेंट्स कुछ प्रैक्टिकल उदाहरण भी दे सकते हैं।
जीवन मूल्यों के बारे में समझाएं
बच्चों को जीवन के मूल्यों जैसे ईमानदारी, सच्चाई, समझदारी, निष्ठा आदि के बारे में समझाना चाहिए। उन्हें ये भी समझाएं कि इन मूल्यों का संरक्षण उन्हें एक सफल और संतुष्ट जीवन जीने में मदद करेगा।
संवेदना की सीख
बच्चों को संवेदनशील होने की सीख देना चाहिए। उन्हें सिखाएं कि दूसरों के भावों का सम्मान करना और उनकी मदद करना कैसे महत्वपूर्ण है।
रिश्तों के महत्व के बारे में बताएं
यदि आप छोटों का सम्मान करते हैं तो बच्चे भी बड़ों का सम्मान अवश्य करेंगे। जब बच्चे गलत तरीके से बात करें तो उन्हें बड़े प्यार से समझाएं कि अपने से बड़ों का आदर कैसे करें । इसी तरह कोई गलती पर उसे ज्यादा डांटे नहीं बल्कि समझाएं। बच्चे को बार-बार एक ही बात पर टोकने पर वह आपके ऊपर झुंझला सकता है।
- पैंटिंग
क्रिटिविटी को एक्सप्रैस करने का सबसे अच्छा तरीका है चित्रकारी। अगर आपके बच्चों को चित्रकारी का शौक है तो आप उसे इस गर्मी की छुट्टी क्यों न चित्रकारी की क्लास में भेजे।
2. लैंग्वेज क्लास
आजकल प्रोफेशनल लाइफ में इंग्लिश लैंग्वेज की बहुत डिमांड है। ऐसे में अगर आपके बच्चे की इंग्लिश कमजोर है, तो आप समर वेकेशन में उसे इंग्लिश क्लासेस दिलवा सकते हैं। इस क्लास की मदद से बच्चे की ग्रामर और वोकैबलरी मजबूत होगी। इसके अलावा आजकल के बच्चे वैसे तो टेक्नोलॉजी में एक्सपर्ट होते हैं लेकिन फिर भी कंप्यूटर एक जटिल डिवाइस है जिसे अच्छे से सीखना जरूरी है। आप बच्चों को तेज टाइपिंग या एमएस ऑफिस के बारे में सीखा सकते हैं।
3. कूकिंग
अगर आपके बच्चे को कूकिंग का शौक है तो आप उसे किसी कूकिंग क्लास में भेज सकते हैं। कूकिंग एक ऐसा काम है जो सीखने से आगे बहुत काम आता है। आगे की पढ़ाई के लिए बच्चे बाहर जाते ही है इसलिए कूकिंग उनके बहुत काम आएगी।
4.वृक्षारोपण
ग्रीष्मकालीन छुट्टियों में बच्चों को वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया जा सकता है। उनके हाथ से लगाए पौधे और उनकी देखरेख से बच्चों का प्रकृति से भी जुड़ाव होगा।
5.सजावट
पुरानी और बेकार चीजों से बच्चे कुछ उपयोगी वस्तुएं बनाने की कारीगरी भी सीख सकते हैं। जैसे की अखबार से लिफाफे और प्लास्टिक के सामान व बोतलों से सजावट की चीजें बनायी जा सकती हैं।