पौधों के लिए किचिन वेस्ट से कम्पोस्ट तैयार एक बेहतरीन विकल्प है। क्योंकि पौधों की वृद्धि के लिए इस कम्पोस्ट में उचित पोषक तत्व होते हैं। इसमें खास तौर पर सुपरफूड माना जाने वाला केला का प्रयोग इस खाद को और भी हेल्दी बना देता है। आपके गार्डन में फल और फूल कम आ रहे हैं तो केले की खाद डालें। यदि आप अपने किचिन गार्डन में बेहतरीन फ्रूटिंग चाहते हैं तो केला के छिलके आपके लिए वरदान साबित हो सकते हैं। इन छिलकों में पोटैशियम, फॉसफोरस, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट व अन्य माइक्रो न्यूट्रिएंट्स शामिल होते हैं। आज इस लेख में हम आपको केले से कम्पोस्ट तैयार करना सीखाएंगे। साथ ही फर्टिलाइजर व ड्राई पाउडर बनाना व प्रयोग करने का तरीका सिखाएंगे।
पौधों में केले की खाद के फायदे
केले के छिलकों की खाद पौधों के लिए बेहद फायदेमंद होती है। इसमें 42% पोटैशियम पाया जाता है। पोटैशियम पौधे के लिए सबसे जरूरी तीन पोषक तत्वों में से एक है। पोटेशियम की मदद से पौधों के विकास एवं वृद्धि होती है। यह पौधों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। इससे पौधे की जड़ों को पोषण मिलता है। खास ताैर पर केले की खाद सब्जियों वाले पौधों को फायदा पहुंचाती है। क्योंकि केले के छिलकों में नाइट्रोजन नहीं होता है। नाइट्रोजन पौधों में अधिक पत्तों का उत्पादन करता है। वहीं पोटैशियम तत्व पौधों में फलों के उत्पादन को बढ़ाता है। इसलिए अच्छी फ्रूटिंग के लिए केले के छिलके की खाद का प्रयोग करें।
केले के छिलकों से तैयार करें लिक्विड फर्टिलाइजर
- पांच केलों के छिलकों को लें।
- इन छिलकों को कुछ टुकड़ों में काट लें।
- इन छिलकों को दो लीटर पानी में डाल दें।
- इस पानी को दो या तीन दिनों तक ढककर रखें।
- इस पानी से 100 से 200 मिली पानी लेकर करीब 1 लीटर सादे पानी में मिलाएं।
- इस मिक्चर को पौधों में खाद के तौर पर डालें।
- इस लिक्विड फ़र्टिलाइज़र को चार गुना पानी मिलाकर ही पौधों में डालें।
केले के छिलकों से कम्पोस्ट तैयार करने का तरीका
- केले के छिलकों को एक जगह इकट्ठा कर लें।
- केले के छिलकों को पतले-पतले टुकड़ों में काट लें।
- केले के छिलकों को एक कंपोस्ट बिन में डाल दें।
- इसमें रसोई से निकले दूसरे कचरे और सूखी पत्तियों को भी डाल दें।
- इसमें और कचरा डालने से ये नाइट्रोजनयुक्त भी बन जाएगा। क्योंकि केले के छिलकों में नाइट्रोजन ना के बराबर होता है।
- तीन से चार महीने तक इस कचरे को कम्पोस्ट बिन में रहने दें।
- बीच-बीच में कम्पोस्ट बिन को हिलाते रहें।
- तीन महीने में खाद बनकर तैयार हो जाएगा। इसे पौधों में डाल दें।
केले के छिलकों का पाउडर बनाने व इस्तेमाल का तरीका
केले के छिलकों को लिक्विड फर्टिलाइजर व खाद के अलावा पाउडर के रुप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसे सुखाकर उपयोग किया जाता है।
- इसके लिए सबसे पहले आप केले के छिलकों को लें।
- इन्हें धूप में सुखा दें।
- 10 से 12 दिनों में ये छिलके सूख जाएंगे।
- इन सूखे पत्तों का मिक्सर में डालकर पाउडर बना लें।
- यह पाउडर ही सूखी खाद हे।
- इसे आप सालभर स्टोर करके रख सकते हैं।
- इसे बनाने में कोई खर्चा भी नहीं आता है। साथ ही मेहनत भी नहीं करनी होती।
- महीने में एक या दो बार या पौधे की जरूरत के अनुसार आप इस पाउडर को पौधों में डालते रहें।
- पाउडर को थोड़ी सी मिट्टी हटाकर डालें और फिर ऊपर से मिट्टी डाल दें।
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केले के छिलके की खाद डालते समय बरतें सावधानियों
केले के छिलकों में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है, इसलिए फंगस लगने का डर होता है। बारिश के दिनों और ठंड के मौसम में केले के छिलकों की कंपोस्ट का इस्तेमाल कम करें या न करें। केले के छिलकों को सीधे मिट्टी में न डालें। ऐसे में छिलकों को मिट्टी के साथ मिलने में काफी समय लगता है। हालांकि आप गमले की मिट्टी के अंदर, केले के छोटे-छोटे टुकड़े डाल सकते हैं।
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पौधों को क्यों जरूरी है केला की खाद
इंसानों की तरह ही पौधों को भी स्वस्थ रहने के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है।पौधों के सही वृद्धि के लिए सूरज की रोशनी, मिट्टी और पानी ही नहीं बल्कि पोषण के लिए खाद की जरूरत होती है। जिसमें सभी पोष्टिकता का होना जरूरी है। हालांकि बाजार में कई तरह के कंपोस्ट मिल रहे हैं। लोगों द्वारा बड़ी मात्रा में इनका प्रयोग किया भी जाता है। लेकिन कई बार इनमें कैमिकल्स का प्रयोग किया जाता हे। जो पौधों की वृद्धि तो करते हैं लेकिन इन पौधे के फल व फूलों का सेवन नुकसान करता है। साथ ही ये काफी महंगे मिलते हैं। गार्डनिंग एक्सपर्ट के अनुसार घर में पड़े कचरे से ही हम स्वयं कंपोस्ट तैयार कर सकते हैं जो पोष्टिकता से भरपूर होती है और निशुल्क तैयार भी हो जाती है।