सच ही कहा है कि एक आइडिया जो बदल दे आपकी जिंदगी। ऐसा ही गुजरात के सुरेंद्रनगर जिले के हमीर सिंह परमार के साथ हुआ। जिन्होंने एक आइडिया से परंपरागत खेती छोड़कर 60 साल की उम्र में नए तरीके से खती करने की सोची । आमतौर पर 60 साल की उम्र में लोग रिटायरमेंट का प्लान करते हैं, लेकिन इन्होंने तब नए सिरे से खेती की शुरुआत की। 12 साल पहले हमीर सिंह बिहार के अभिताप सिंह से मिले जो झालावाड़, चूड़ा सहित कई इलाकों में नेचुरल फार्मिंग करते हैं। उन्होंने ही हमीर सिहं को ट्रैडीशनल फार्मिंग छोड़कर नींबू की खेती करने का आइडिया दिया। इसी दौरान हमीर सिंह ने 226 नींबू के पौधे खरीदे और खाद व अन्य का खर्च दस हजार से कम आया और नीबूं की बागवानी शुरू की।
किसानों को दे रहें है ट्रेनिंग
दूसरे किसानों को भी हमीर सिंह नींबू की बागवानी की ट्रेनिंग देते हैं। हमीर सिंह हर साल 600 से 700 टन नींबू का प्रोडक्शन करते हैं। साल दर साल आमदनी और पौधों की संख्या बढ़ती गई। हमीर सिंह कहते हैं कि “एक साल की मेहनत के बाद नींबू के ज्यादातर पौधे तैयार हो गए और फल निकलना शुरू हो गए। इसके बाद मैंने लोकल मार्केट में इन्हें बेचना शुरू किया”। गांव के 10 से ज्यादा किसानों ने खेती भी शुरू की है और वे अच्छी कमाई कर रहे हैं।
नीबूं नहीं बिके तो बनाया अचार
हमीर सिंह ने बताया नींबू का प्रोडक्शन बहुत ज्यादा बढ़ने लगा, लेकिन बाजार में दाम अच्छे नहीं मिल पा रहे थे। कई बार तो ऐसा होता कि पूरे बिक नहीं पाते थे और स्टोरेज के लिए जगह की कमी का अभाव भी रहता था। इसी कारण कई बार नुकसान उठाना पड़ता। फिर हमीर सिंह के मन में अचार बनाने का आइडिया आया और मुनाफा दो गुणा बढ़ गया । नींबू के अचार का यूज हम लोग बचपन से करते आ रहे हैं। इसे तैयार करना भी काफी आसान है और इसमें लागत भी कम आती है। अभी वे 350 रुपए प्रति किलो के हिसाब से अचार बेचते हैं।
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कैसे करें नींबू की बागवानी
नीबूं की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे उत्तम मानी जाती है। प्लांटिंग के लिए बरसात का मौसम सबसे बेहतर होता है। जुलाई से अगस्त के बीच प्लांटिंग करनी चाहिए। किसी भी तरह की मिट्टी पर हो सकती है। गर्मी के सीजन में हर 10 दिन के अंतराल पर और सर्दी के दिनों में 20 से 25 दिन के अंतराल पर इसके पौधों में पानी डालना चाहिए। एक एकड़ जमीन पर 300 नींबू के पौधे लगते हैं और 90 क्विंटल नींबू का प्रोडक्शन हो जाएगा। नींबू की कुछ किस्म साल में दो से तीन बार फल देती हैं। अगर इसे 50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से भी बेचा जाए तो 4.5 लाख की सेल होगी। कमर्शियल लेवल पर नींबू की बाग लगा रहे हैं तो आपको ग्राफ्टिंग तरीके से तैयार पौधे लगाने चाहिए।
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