बोनसाई यानि बौना पौधा। नेचर से प्यार करने वाले लोग अपने घर में पेड़ पौधों को लगाना काफी पसंद करते हैं। बोनसाई पौधे काफी आकर्षक लगते हैं और लोग इन्हें लगाना भी काफी पसंद करते हैं। पौधों के साथ नए-नए एक्सपेरिमेंट लोग कर रहे हैं। गार्डनिंग का क्रेज आजकल लोगों में बढ़ रहा है। लोग अपने घर में खाली पड़े कोने, छत या बालकनी में भी कई प्रकार के पौधे उगाकर अपना शौक पूरा कर रहे हैं।
बहुत से ऐसे लोग हैं, जो बढ़ती उम्र की थकान को कम करने के लिए बागवानी के शौक को पाल रहे हैं। थोड़ी सी जगह में ट्रे गार्डिनंग यानि एक ही गमले में कई प्रकार के पौधे लोग उगा रहे हैं। बोनसाई पौधों की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। आज के इस लेख में जानते हैं कि आपको बोनसाई पौधा तैयार करते समय किन बातों का ध्यान रखना है।
बोनसाई क्या है
लोग बड़े-बड़े पौधे जैसे पीपल, बरगद आदि को गमले में उगाकर बोनसाई रुप दे रहे हैं। दरअसल बोनसाई बड़े पौधे का छोटा रुप है, जो देखने में काफी सुंदर लगता है। बहुत से लोगों को लगता है कि ये मुश्किल काम है, इसकी देखभाल करनी भी मुश्किल है। बोनसाई तैयार करते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरुरी है।
बोनसाई बनाने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
- बोनसाई की शुरुआत आप करना चाहते हैं, तो बीज से ही पौधा लगाना ज्यादा बेहतर माना जाता है।
- पहले लगे किसी पौधे से बोनसाई बनाना चाहते हैं, तो चौड़े मुंह वाले गमले का प्रयोग आपको करना है।
- समय-समय पर आपको पौधे की उचित तरीके से कटाई करनी है, ताकि ये ऊपर ज्यादा न बढ़ पाए।
- बोनसाई प्लांट का आकार तीन फीट तक ही होता है।
- पौधे को समय-समय पर रीपॉट करते रहें।
- इसकी मिट्टी को उचित पोषण की जरुरत होती है इस बात का आपको खास ख्याल रखना है।
- बोनसाई प्लांट की मिट्टी आप नर्सरी से खरीदें तो ज्यादा बेहतर है।
- जिस पौधे का आप बोनसाई तैयार कर रहे हैं उस हिसाब से उसके लिए वातावरण तैयार करें।
- जिस पौधे का आप बोनसाई तैयार कर रहें उसको कितनी मात्रा में पानी की जरुरत है इसकी जानकारी प्राप्त करें।
- पौधों की मिट्टी में नमी बरकरार जरुर रखें, मिट्टी सूखने पर पानी डालें।
बोनसाई प्लांट की मिट्टी ऐसे करें तैयार
मिट्टी को घर में तैयार करने के लिए 15 प्रतिशत मिट्टी, दस प्रतिशत गोबर,तीन प्रतिशत नीम की खाद, दस प्रतिशत रेत,ईंट के कुछ टुकड़े, कच्चे कोयले के कुछ टुकड़े आपको लेने हैं। इन सबको छलनी की मदद से आपको छानना है। बोनसाई प्लांट की मिट्टी मोटी होती है ये बात जहन में रखें।
बोनसाई कौन से पौधे का बना सकते हैं
- अनार
- पीपल
- बरगद
- आम
- चीड़
- गुल्लर
- संतरा
- नींबू
- बोगनवेलिया
किसी भी पेड़ को आप बोनसाई रुप दे सकते हैं। बोनसाई बीज से बनाना ज्यादा बेहतर रहता है। बीज से अगर आप बोनसाई तैयार कर रहे हैं, तो इसको परिपक्व होने में 10 से 15 साल का समय लग सकता है। कभी-कभी इससे ज्यादा लंबा समय भी इनको पूर्ण रुप से बोनसाई बनने में लगता है।
वास्तु के हिसाब से बोनसाई प्लांट
वास्तु के हिसाब से बोनसाई प्लांट को घर में रखना उपयुक्त नहीं माना जाता। वास्तु के अनुसार इनकी ग्रोथ को रोका जाता है, जो घर की तरक्की के लिए अच्छा नहीं है। कहा ये भी जाता है कि घर को सजाने के लिए बोनसाई पौधों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, इससे नकारात्मक ऊर्जा आती है।
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नोट- ये लेख सूचना देने के उद्देश्य से लिखा गया है। अन्य प्रकार की जानकारी के लिए आप किसी विशेषज्ञ की सलाह ले सकते हैं। इस प्रकार की अन्य जानकारी के लिए जुड़े रहिए द यूनिक भारत के साथ।