Jade Plant-लोग आजकल इनडोर प्लांट्स को ज्यादा महत्व दे रहे हैं। शहरों में आजकल बढ़ते प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए लोग घरों में प्लांट्स लगाना पसंद कर रहे हैं। ये प्लांट घर के वातावरण को शुद्ध बनाने के साथ ऑक्सीजन देने का काम करते हैं।
इनडोर प्लांटस में लोगों को पहली पसंद जेड प्लांट बन रहा है, जिसकी केयर करना भी आसान है। इस प्लांट का वास्तुशास्त्र में काफी महत्व बताया गया है। चलिए जानते हैं जेड प्लांट को लगाने का तरीका और उससे मिलने वाले लाभों के बारे में।
जेड प्लांट (Jade Plant)
- जेड प्लांट मोटी पत्तियों और तनों वाला पौधा है।
- इसको लकी प्लांट भी कहा जाता है।
- ये इंडोर प्लांट है।
- ये तीन फीट से आठ फीट तक लंबा हो सकता है।
- ये अपने पत्तों, तनों और जड़ों में पानी स्टोर कर लेता है।
- दक्षिण अफ्रीका में ये पौधा ज्यादा पाया जाता है।
- इसको बढ़ने के लिए सामान्य जलवायु अच्छी मानी जाती है।
- इसका वानस्पतिक नाम क्रसुला ओवाटा है।
- जेड प्लांट का इस्तेमाल लोग बोनसाई बनाने के लिए करते हैं।
- ये पौधा 50 से 100 साल तक जीवित रह सकता है।
जेड प्लांट को लगाने का तरीका और देखभाल
- आप जेड प्लांट को टहनी और पत्ती से आसानी से ग्रो कर सकते हैं।
- इसके लिए अच्छी जलनिकासी वाली उपजाऊ मिट्टी अच्छी मानी जाती है।
- इसको उगाने के लिए प्रकाश की जरुरत होती है।
- इसको उगाने का सही समय वसंत है।
- जेड पौधा अम्लीय मिट्टी को ज्यादा पसंद करता है, जिसका पीएच मान 6.5 तक हो।
- आप पीएच मान को सयोजित करने के लिए प्रत्येक गैलन के लिए दो बड़े चम्मच चूना पत्थर मिला सकते हैं।
जेड प्लांट में पानी(water in jade plant)
- जेड प्लांट अपनी पत्तियों में पानी स्टोर कर रखता है।
- इस प्लांट में ज्यादा पानी नहीं देना है।
- ज्यादा पानी इसमें जलभराव की स्थिति उत्पन्न कर देगा।
- मिट्टी को गीला रखने पर जड़ सड़ सकती है।
- आप जरुरत के हिसाब से इसको पानी दें।
जेड प्लांट के लिए खाद(fertilizer for jade plant)
- जेड प्लांट में आप हर एक महीने के अंतराल में खाद डाल सकते हैं।
- घुलनशील उर्वरक का आप प्रयोग करें।
- मिट्टी सूखी होने पर जेड प्लांट को खाद न दें।
- आप पहले पानी दें और फिर लिक्विड फर्टिलाइजर का प्रयोग करें।
- अन्य हाउसप्लांट्स को दी जाने वाली खाद इसमें डाल सकते हैं।
जेड प्लांट के लिए धूप(Incense for Jade Plant)
- ये धूप और शुष्क क्षेत्र में आसानी से ग्रो होते हैं।
- ग्रोथ के लिए इनको धूप की जरुरत होती है।
- धूप नहीं मिलने पर ये या तो ज्यादा लंबे हो जाएंगे या फिर छोटे रह जाएंगे।
- हालांकि ज्यादा धूप भी पौधों को झुलसा सकती है।
- आप नियमित समय के लिए इसे धूप में रखें और फिर अंदर रखें।
जेड पौधे के लिए उचित तापमान(Proper Temperature for Jade Plant)
- दिन का तापमान 65 से 75 डिग्री और रात के 50 से 55 डिग्री तक सही है।
- उचित रोशनी मिलने पर ये ज्यादा तापमान में भी ग्रो कर सकते हैं।
- रात या सूर्यास्त के समय इनमें नई कली बनती है।
- खिड़की से आने वाली धूप भी इनके लिए अच्छी हो सकती है।
- सुबह और शाम की धूप में इसको बाहर रखें और दोपहर में अंदर रख दें।
पौधे की छटांई(plant pruning)
- पौधे की प्रूनिंग समय पर करें।
- इसकी टहनियां जितनी काटेंगे उतना ही अच्छे से ग्रोथ करेगा।
- इसको आप बोनसाई रुप दे सकते हैं।
- बता दें कि टहनी से आप कई जेड प्लांट तैयार कर सकते हैं।
- आपको तने का एक टुकड़ा तोड़ना है और उससे सारी पत्तियां हटा देनी है।
- कंटिग को किसी पॉटिंग मिश्रण में रोप दें और पानी दें।
जेड प्लांट के फायदे(Benefits of Jade Plant)
- ये किसी को उपहार देने के लिए अच्छा प्लांट है।
- घरेलू पौधा है जो काफी आकर्षक लगता है।
- ये घर के अंदर की हवा को शुद्ध करता है।
- जिन लोगों के पास समय का अभाव है, वो कम देखभाल के साथ इस पौधे को लगा सकते हैं।
- रात को कार्बनडाइऑक्साइड को अवशोषित करता है।
- अच्छी नींद आने में ये प्लांट सहयोगी है।
- इसका प्रयोग घावों के इलाज के लिए किया जाता है।
- मुंहासों को दूर करने के लिए भी इनका प्रयोग किया जाता है।
- दक्षिण अफ्रीका में मतली के इलाज के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
- चीन में मधुमेह के इलाज के लिए इसका प्रयोग किया जाता है।
- किसी भी प्रकार से प्रयोग में लाने से पहले डॉक्टरी सलाह जरुरी है।
जेड प्लांट के प्रकार(Types of Jade Plants)
- 40 से ज्यादा प्रकार के जेड प्लांट पाए जाते हैं।
- सामान्य प्रकार के जेड प्लांट को क्रसुला ओवेटा कहा जाता है।
- ये लगभग लोग लगाते हैं, जिसपर सफेद रंग का छोटा फूल खिलता है।
- ब्लू बर्ड जेड भी जेड प्लांट का एक प्रकार है।
- इसकी शाखाएं मोटी होती हैं।
- इसपर गुलाबी और सफेद फूल आते हैं।
- गोलम भी इसका एक प्रकार है, जिसके तने मोटे होते हैं और पत्ते कठोर होते हैं।
- इसके किनारों पर लाल रंग के टिंट के साथ पाइप जैसी पत्तियां होती हैं।
- गर्मियों में छोटी गुलाबी फूल इसपर आते हैं।
- सिल्वर डॉलर जेड प्लांट के किनारों से लाल और नीले भूरे रंग के पत्ते होते हैं।
- अंडे आकार की पत्तियों के साथ ये चार फीट तक ऊंचा होता है।
- वंसत या गर्मियों में इस पर सफेद और गुलाबी फूल आते हैं।
- हॉबिट,लेडी फिंगर्स जेड,हार्बर लाइट्स, पिंक जेड आदि इसके प्रकार हैं।
जेड प्लांट का वास्तु महत्व(Vaastu importance of Jade Plant)
- इसको लकी प्लांट माना जाता है।
- इसको धन को आकर्षित करने वाला बताया गया है।
- ऑफिस में रखना शुभ होता है।
- आप किसी को गिफ्ट के तौर पर देते हैं, तो ये बहुत अच्छा माना जाता है।
- ये आपको इमोशनल फायदा भी पहुंचाता है, इसको घर में अवश्य लगाएं।
जेड प्लांट को कहां रखना चाहिए(Where should the Jade Plant be kept?)
- जेड प्लांट को आप अपनी स्टडी रुम में रख सकते हैं।
- किचन काउंटर पर इसको रखना शुभ माना गया है।
- रात को कार्बनडाइऑक्साइड को अवशोषित करता है, इसलिए बेडरुम में इसे रखें।
- डाइनिंग टेबल के ऊपर जेड प्लांट रखा जा सकता है।
- लिविंग रुम में शोपिस की जगह इनडोर प्लांटस जैसे जेट प्लांट रखिए।
- जेड प्लांट को आप प्रवेश द्वारा पर लगा सकते हैं।
- ये दक्षिण पूर्व दिशा में लगाया जाना अच्छा है।
- बच्चे के भाग्य या रचनात्मक स्तर को बढ़ाने के लिए इसे पश्चिम दिशा में लगाएं।
प्लांट लगाने के बाद आने वाली सामान्य परेशानियां
कई बार प्लांट लगाने के बाद इसकी पत्तियां सिकुड़ जाती हैं। इसका कारण आप इसमें या तो ज्यादा पानी दे रहे हैं, या कम दे रहें हैं। जब धूप वाली जगह पर इसको रखा जाता है, तब मिट्टी सूखी होने पर ही इसे पानी दें। अन्यथा ये खराब हो सकता है।
मुलायम पत्तियां हो जाने की समस्या भी तब आती है, जब जलनिकासी की अच्छा बंदोबस्त नहीं होता है। गमले में आधा हिस्सा सूखा है और आधा नम है, तो पानी देने से बचें। इस पौधे को पूरा पानी सोखने का मौका दें। पत्तियां अगर आपको पौधे की गिर रही हैं, तो आपको तापमान पर ध्यान देने की जरुरत है। तापमान ज्यादा होना, धूप नहीं लगना या नमी होना इसके कारण हो सकते हैं।
एक बात आप को नोटिस करनी है कि लगान के बाद आपके प्लांट ने कितनी ग्रोथ की है। अगर ये ग्रोथ नहीं कर पा रहा है, तो इसको बढ़ने के लिए जगह नहीं मिल पा रही है। इसको आप किसी बड़े कंटेनर में दोबारा से लगाइए।
जेड प्लांट लगाते समय बरतें सावधानी
- जेड प्लांट को कभी भी बाथरुम में नहीं लगाना चाहिए।
- जेड प्लांट को तीन फीट से ऊपर नहीं बढ़ने देना है फेंगुशई में ऐसा जिक्र है।
- बता दें कि ये प्लांट पालुत जानवरों को नुकसान पहुंचाने वाला हो सकता है।
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नोट- द यूनिक भारत का उद्देश्य किसी भी प्रकार की धार्मिक भावनाओँ को ठेस पहुंचाने का नहीं है। आप अपनी इच्छानुसार कोई भी प्लांट लगा सकते हैं। इसी प्रकार की जानकारी के लिए जुड़े रहिए हमारे साथ धन्यवाद।