आजकल घरों में मंदिर का स्थान दीवारों पर बनाया जा रहा है। घर में पूजा घर अलग न बनाकर दीवार पर लोग इसे लगा देते हैं। दरअसल घर छोटे हो गए हैं और जगह की तंगी के चलते लोगों को ये काम करना पड़ता है। इस लेख में जानते हैं कि क्या पूजा स्थान का दीवार पर टांगे जाना शुभ होता है या नहीं।
मंदिर को दीवार पर टांगना शुभ या अशुभ
मंदिर को दीवार पर टांगने में कोई बुराई नहीं है। वैसे तो पूजा स्थान आपका वहां होना चाहिए जहां आप आराम से बैठकर बिना विघ्न बाधा के ध्यान लगा सकें। लेकिन आज के बदलते दौर में पूजा का स्थान दीवारों पर हो गया है। हालांकि वास्तु शास्त्र के हिसाब से अशुभ नहीं है। मंदिर को दीवार पर टांगने से पहले आपको कुछ नियमों का पालन करना होता है।
मंदिर को दीवार पर टांगने के नियम
- मंदिर को हमेशा ईशान कोण में लगाया जाना चाहिए। उत्तर-पूर्व दिशा मंदिर के लिए बेस्ट है।
- मंदिर को दक्षिण दिशा की दीवार पर कभी नहीं लगाना चाहिए।
- मंदिर को पश्चिम दिशा की दिवार पर लगाया जा सकता है।
- दीवार के लिए हमेशा लकड़ी का मंदिर ही शुभ होता है।
- मंदिर स्थान ज्यादा ऊंचाई पर नहीं होना चाहिए, जहां आप आसानी से पूजा कर सकें इतनी ऊंचाई पर मंदिर होना चाहिए।
- मंदिर काले रंग का नहीं होना चाहिए।
- मंदिर में खंडित मूर्ति नहीं होनी चाहिए।
- हमेशा ध्यान रखें कि मंदिर टॉयलेट, बाथरुम के पास नहींं होना चाहिए।
- मंदिर को कभी किचन या किचन की दीवार पर भी नहीं लगाया जाना चाहिए।
- मंदिर में पूजा करते समय आपका मुंह पूर्व दिशा की और होना ज्यादा शुभ होता है।
ये जानकारी सिर्फ सामान्य धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। ज्यादा जानकारी के लिए आप वास्तु विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं।