रासायनिक खादों के सहारे उगी हुई सब्जियों के दुष्प्रभावों से आज के समय हर कोई वाकिफ है। ऐसे में लोग घरों में ही सब्जियों को उगाना ही समझदारी समझ रहे हैं। दिल्ली एनसीआर जैसी जगह पर जहां स्पेस की बेहद कमी है, वहां भी लोग घरों में किचन गार्डन बना रहे हैं। लोगों ने छतों पर सब्जियां उगा रखी है। किचन गार्डन में ऑर्गेनिक खाद लगाकर उगाई गई सब्जियां स्वादिष्ट भी होती है। यह आपके पैसे और समय दोनों की बचत करता है। यदि आप पहली बार किचन गार्डन लगाने जा रहे हैं तो इन बातों को ध्यान रखने की जरूरत है
सही जगह का चुनाव है जरूरी
किचन गार्डन के लिए सही जगह का चुनाव जरूरी है। घर में ऐसी जगह का चुनाव करें जहां सूरज की रोशनी पहुंचती हो। इससे पौधे का विकास संभव है। पौधों को रोज 5-6 घंटे सूरज की रोशनी मिलना बहुत जरूरी होता है। कई लोग छांव वाली जगह पर गार्डन लगाने की गलती कर बैठते हैं। ऐसे में इस बात का ध्यान रखें।
गार्डन की मिट्टी का न करें प्रयोग
किचन गार्डन में मिट्टी का भी सही तरह से चयन किया जाना चाहिए। पौधे की सही ग्रोथ के लिए पोटिंग मिक्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। यह मिट्टी, खाद और कोकोपीट का मिश्रण है। मार्केट से इसके बैग भी खरीद सकते हैं। हालांकि, इस बात का ध्यान रखें कि किचन गार्डन बनाते समय आप गार्डन की मिट्टी का यूज ना करें। इस दौरान पौधों में पानी की मात्रा को भी सुनिश्चित करें। पौधों में पानी की कम या ज्यादा मात्रा उन्हें खराब कर सकती है। फल भी कम लगेगा।
मौसम के अनुसार लगाएं सब्जियां
किचन गार्डन में हमेशा मौसम के अनुसार ही सब्जियां लगानी चाहिए। मौसमी सब्जियां यदि समय पर उगाई जाती हैं तो कम मेहनत और लगात में फल अच्छा आता है। एक गमले में बहुत अधिक बीज न बोएं। क्योंकि अंकुरित होने के बाद यह काफी तेजी से बढ़ने लगेगा। ऐसे में आप पॉट को भी समझदारी से चुनें। यह पौधे की ग्रोथ के लिए जरूरी है।
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