अपराजिता का पौधा घर में सुख और समृद्धि तो लेकर आता ही है, ये सुंदर भी बहुत लगता है। नीले रंग के तितली जैसे लटकने वाले फूल मन को मोह लेते हैं। सेहत को भी इसके फूलों की चाय गजब के फायदे पहुंचाती है। अपराजिता की बेल हर कोई अपने घर में लगाना पसंद करता है।
बहुत से ऐसे लोग भी हैं, जो अपराजिता को लगाना तो चाहते हैं, लेकिन उनको ये नहीं पता कि इसको बीज या कंटिग से कैसे लगाना है। आज का ये लेख उन लोगों के लिए है, जो अपराजिता को कंटिग से लगाना चाहते हैं। चलिए जानते हैं अपराजिता को कंटिग से लगाने का तरीका।
अपराजिता को कंटिग से लगाने का तरीका
- अपराजिता को कंटिग से लगाने के लिए सबसे पहले आपको अच्छी कटिंग का चुनाव करना होगा।
- आपको ये ध्यान रखना है कि जो कंटिग आप ले रहे हैं, तो रोगमुक्त हो और स्वस्थ हो।
- आपको 4.6 इंच लंबा कंटिग का टुकड़ा लेना है।
- कंटिग के टुकड़े में कई पत्तियां होनी चाहिए।
- साफ प्रूनिंग कैंची का इस्तेमाल करते हुए आपको कंटिग नोड के ठीक नीचे भाग से काटनी है यानि जहां से टहनी पर पत्तियां लगना स्टार्ट होती है वहां से ट्रिम करना है।
- कंटिग की गई टहनी से नीचे की पत्तियां हटा दें और ऊपर की कुछ छोड़ दें।
- कंटिग को आप अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी को तैयार करके उसमें लगा दें।
- इसको समय-समय पर पानी देते रहें, कंटिग में नमी जरुरी है।
- आर्द्र वातावरण बनाने के लिए आप किसी पारदर्शी प्लास्टिक की थैली का गुंबद बनाकर इसे ढ़क सकते हैं।
- कंटिग की रोपाई करके इसे अप्रत्यक्ष धूप में रखें।
- कुछ दिनों बाद आप देखेगें की आपकी कंटिग पौधे के रुप में विकसित हो रही है और जड़ बना रही है।
- जड़ बनाने के बाद आप इसको मिट्टी तैयार करके गमले में लगा सकते हैं।
- नियमित रुप से पानी इसे देते रहे हैं और इसे तेज धूप की जरुरत होती है।
- ध्यान रखें कि ये बेल के रुप में बढ़ती है, इसलिए सहारा देना जरुरी है।
बीज से अपराजिता लगाने का तरीका
अपराजिता का पौधा बीज से लगाना चाहते हैं, तो ये बहुत ही आसान प्रक्रिया है। इसके बीज मटर जैसी फली में होते हैं। बेल पर जब बीजों से भरी हुई फली परिपक्व हो जाती है, तो इसे तोड़कर अलग कर लें और इसके अंदर से बीज निकालें।
अपराजिता का बीज लगाने से पहले आप इसे नार्मल पानी मे 5-6 घंटे भिगोकर रखें। ऐसा करने पर बीज को जल्दी अंकुरित होने में मदद मिलती है। किसी पॉट में अच्छे जल निकासी वाली मिट्टी तैयार करके उंगली से उसमें छेद करें और इसको लगा दें। बीज लगे हुए पॉट में नमी बरकरार रखनी जरुरी है।
बीज वाले पॉट को आप डायेरक्ट धूप में न रखें इसको अप्रत्यक्ष धूप में रखें और कुछ दिनों बाद ये अंकुरित होने लगेगा। थोड़ा सा बड़ा होने के बाद आप इसको किसी गमले में अच्छी मिट्टी तैयार करके लगा दें।
अपराजिता की देखभाल करने का तरीका
- अपराजिता को धूप की जरुरत होती है।
- इसको पानी देना समय पर जरुरी है। ध्यान रखें की जलभराव की स्थिति न करें बस नमी जरुरी है। एक इंच ऊपर की मिट्टी सूख जाए तब पानी दें।
- फूल खिलने के समय इसको अच्छी खाद दें। आप किचिन वेस्ट या गोबर की खाद का इस्तेमाल करें।
- इसकी जड़ों में हल्दी भी डाली जा सकती है।
- पेस्ट की समस्या होने पर नीम ऑइल का नीम के पानी का छिड़काव करें।
- समय-समय पर इसकी कटाई करते हैं और गुड़ाई भी करते रहें।
- अपराजिता पर एफिड्स और केटरपिलर जैसे कीट आक्रमण करते हैं, इनको नियंत्रित करें।
- अपराजिता को आप हल्की सर्दी यानि फरवरी मार्च के महीने में लगाएं।
अपराजिता का आप अच्छे से ध्यान रखते हैं, तो ये पूरे साल फूल देती है।
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