राजू श्रीवास्तव, सिद्धार्थ शुक्ला, संगीतकार केके सहित जाने ही कितनी बॉलीवुड पर्सनैलिटी ऐसी हैं जिनकी हार्ट अटैक से अचानक मौत हो गई। अब इस सूची में नया नाम ‘सतीश कौशिक’ शामिल हो गया है। वहीं बीते दिनों ही सुष्मिता सेन को भी हर्ट अटैक पड़ने की बात सामने आई। ये सिर्फ बॉलीवुड की हस्तियों के नाम हैं।
अगर बात की जाए देश के आम नागरिकों की तो हर दिन हजारों मामले सामने आ रहे हैं। आपकी सूची में ये नाम शामिल नहीं होने की वजह से न तो इनकी हार्ट अटैक से मौत पर कोई खबर छपती है और न ही कोई ब्रेकिंग। लेकिन देश के ये आकड़े दुनिया को आश्चर्यचकित कर रहे हैं। हम इस लेख में आपको बताएंगे कि किस वजह से हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञ के तौर पर नेचरोपैथ और योगाचार्य डॉ. रिंपल ने बताया कि किन सावधानियों को बरतने से इस अचानक मौत को टाला जा सकता है।
इन मशहूर अभिनेताओं को आया दिल का दौरा
राजू श्रीवास्तव( 59)- जिम में वर्कआउट के दौरान पड़ा दौड़ा
सिद्धार्थ शुक्ला(41)– सोते समय पड़ा था हार्ट अटैक
सिंगर केके(53)- लाइव परफार्मेंस के दौरान आया था हाट अटैक
तब्बस्सुम(78)- दो बार अटैक पड़ने के बाद मौत
सतीश कौशिक(66)- एक दिन पहले पूरी तरह थे स्वस्थ, रात में हाट अटैक से मौत।
सुष्मिता सेन( 47) – 27 फरवरी को फिल्म सेट पर हार्ट अटैक।
चौंकाने वाले आंकड़े
बीती दस सालों में हार्ट अटैक से अचानक मौतें 75 फीसदी बढ़ गई हैं। रिसर्च के आधार पर 2015 तक करीब साढ़े छह करोड़ लोग भारत में दिल के मरीज थे। 2016 में 100 में से 28 मौतों का कारण दिल की बीमारी रहा। अब आंकड़े दिनों दिन बढ़ते जा रहे हैं। वहीं चौंकाने वाली बात यह है कि अब कम उम्र के लोगों में ही हार्ट अटैक के मामले बढ़े हैं। इसमें 18 से 40 साल के आंकड़े 20 फीसदी तक बढ़े हैं। बढ़ते मरीजों को देखते हुए विश्व में देश को हार्ट अटैक का कैपिटल कहा जाने लगा है।
जहां लोग अपनी लाइफस्टाइल पर ध्यान देने की बात कर रहे हैं वहीं अचानक हो रही मौतें अब लोगों को डरा रही हैं। इसलिए लोगों को अब और भी ज्यादा सतर्क होने की जरूरत है।
इन कारणों की वजह से बढ़ रहे हैं मामले
गलत लाफइस्टाइल
डॉ. रिंपल ने बताया कि लाेगों की लाइफस्टाइल बिल्कुल बदल चुकी है। उठने से सोने तक की कई दैनिक क्रियाओं में आवश्यकतानुसार बदलाव किए जा रहे हैं। इससे शारीरिक अंग प्रभावित हो रहे हैं। जिसकी वजह से हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे हैं।
- देर रात तक जागना
- खाना खाते ही सो जाना
- देरी से उठना
- शारीरिक काम नहीं करना
- नित्यकर्मों के समय में बदलाव करना
- अनावश्यक दवाइयों का सेवन करना
- देर रात पार्टियेां में शामिल होना
- खाना खाने के बाद डांस करना
- जिम में अत्यधिक वर्कआउट करना
उच्च रक्तचाप
उच्च रक्तचाप से शरीर की धमनियों में दबाव बढ़ता है, जो शरीर के अंगों तक खून की पहुंच कम कर देता है। इससे ह्दय को ज्यादा काम करना पड़ जाता है। इससे ह्दय कमजोर होता है और हार्ट अटैक का कारण बनता है।
धूम्रपान
धूम्रपान करने से निकोटीन और कार्बन मोनोक्साइड जैसे तत्व शरीर में जमा हो जाते हैं, जो शरीर के धमनियों को कमजोर करते हैं और रक्त की नलिकाओं को तंग करते हैं। इससे शरीर में रक्त का प्रवाह कम होता है और इससे हृदय के लिए जोखिम बढ़ जाता है।
तनाव और डिप्रेशन
आज के समय में सभी लोग स्ट्रेस से पीड़ित हैं। किसी को रोजी रोटी का स्ट्रेस है तो किसी को कैरिअर का। इसकी भागदौड़ में सेहत को इग्नोर कर दिया जाता है। जिससे बीमारियों की पकड़ में आ रहे हैं। 70 फीसदी लोग तो ऐसे हैं जिन्हें ये नहीं पता कि उन्हें स्ट्रेस है।
कॉलेस्ट्रॉल बढ़ना
आज के खाने में पेस्टीसाइड की मात्रा बढ़ती जा रही है। हरी पत्तेदार सब्जियों और अनाजों से लोगों ने दूरी बना ली है। लोग अपनी व्यस्त जीवनशैली में पैकेज्ड फूड या फास्ट फूड पर ही गुजारा कर रहे हैं। जो कॉलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का कारण बनता है। रैगुलर चेकअप नहीं होने की वजह से लोगों को इसकी जानकारी नहीं हो पाती है। जबकि कॉलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे शरीर में बढ़ता है।
शारीरिक गतिविधियों का कम होना
व्हाइट कॉलर जॉब का चलन बढ़ा है। लोग शारीरिक गतिविधियों से दूर हो गए हैं। छुट्टी के दिन भी लैपटॉप खोलकर बैठ जाते हैं। शारीरिक गतिविधियों में बिल्कुल भी इन्वॉल्व नहीं होते हैं। घर के दैनिक कामों के लिए भी सहायकों को रखा जा रहा है
हार्ट अटैक से बचने के उपाय
डॉ रिंपल ने बताया कि जो व्यक्ति इसके कारणों को जानता है। वो उपाय भी जानता है। इसके लिए आपको ज्यादा मेहनत करने की भी जरूरत नहीं होती है। बस अपनी जीवनशैली को फिर से सही बनाना होगा। इसके लिए निम्न उपाय करने होंगे-
जिम के साथ योग भी जरूरी
आज के समय में जिम वजन कम या ज्यादा करने का जरिया नहीं बल्कि फैशन बन गया है। एक तरीके का फैशन सभी पर नहीं जचता। ऐसे में जिन्हें जिम की जरूरत है वहीं करें तो बेहतर है। योग से भी आसानी से वजन को कम किया जा सकता है। यह स्ट्रेस के लेवल को भी कम करता है।
धूम्रपान को त्याग दें
हार्ट अटैक के मुख्य कारणों में धूम्रपान शामिल है। यह सेहत के लिए बेहद नुकसानदायक है। धूम्रपान से रक्त के प्रवाह में बाधा उत्पन्न होती है। ऐसे में जितना जल्दी हो सके धूम्रपान या तंबाकू का सेवन छोड़ देना चाहिए।
स्वस्थ आहार
स्वस्थ खाने-पीने की आदतें अपनाएं। उच्च कॉलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें, समृद्ध फल-सब्जी खाएं, हरे पत्तेदार सब्जियां, दालें, नट्स और स्वस्थ प्रकार की खाद्य पदार्थ जैसे सूखे मेवे जैसे खाएं।
शादी और पार्टियों के खाने से बनाएं दूरी
शादी और पार्टियों में खराब तेल या रिफाइंड से खाने तैयार किए जाते हैं। खाने का समय सीमित नहीं हेाता है। तेज मसालेदार खाने ज्यादा नुकसान करते हैं। ऐसे में किसी भी समारोह में जाने से पहले घर से कुछ न कुछ खाकर जाएं। जिससे आप वहां पर कुछ न खा सकें। अगर खाएं भी तो थोड़ा ही खाएं।
रेगुलर चेकअप कराएं
आज के समय रेगुलर चेकअप जरूरी हो गया है। जीवनशैली में बदलाव की वजह से शारीरिक बदलाव भी तेजी से हो रहे हैं। ऐसे में यदि आप रुटीन चेकअप कराएंगे तो आपके बीपी, शुगर आदि पैरामीटर्स के बारे में जानकारी रहेगी। जिससे गंभीर स्थिति पैदा होने से पहले ही कंट्रोल कर लिया जाएगा।
हार्ट अटैक से पहले शरीर देता है ये संकेत
- सीने में दर्द
- बेचैनी
- सीने में जकड़न,
- गर्दन, पीठ, बांह या कंधे में दर्द
- सांस लेने में तकलीफ होना
- पसीना आना
- नब्ज कमजोर पड़ना
अटैक आने पर प्राथिमक उपचार
- जैसी ही हार्ट अटैक के लक्षण दिखें तो तुरंत Disprin या Aspirin की टेबलेट खा लें।
- एस्पिरिन या डिस्पिरिन ब्लड क्लोट्स को तोड़ने में मदद करती है।
- टेबलेट्स को चबा कर खाएं ताकि ये अपना काम जल्दी शुरू कर दें
- तुरंत एंबुलेंस को बुलाएं।
Dr Rimple Mittal ( Naturopath nd yogacharya)
Shaswat Nature Cure and health centre
789 Pla Hisar
Very good information 👍
Bahut acchi speech hai
👍❤️