Gardening tips- पौधों को हेल्दी रखने के लिए मिट्टी का उपजाऊ होना बहुत जरुरी है। आप चाहते हैं कि मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की संख्या बढ़े और पोषक तत्व ज्यादा हो, तो केयर तो करनी पड़ेगी। आज हम आपके लिए होममेड लिक्विड फर्टिलाइजर बनाने के विधि लेकर आए हैं। ये फर्टिलाइजर बारिश में भी आपके पौधों में गजब का असर करेगी। इसको डालने के बाद आपको किसी प्रकार की फंगीसाइड का छिड़काव करने की जरुरत नहीं पडे़गी।
लिक्विड फर्टिलाइजर बनाने का तरीका (Method of making liquid fertilizer)
सामग्री
- प्याज के छिलके
- केले का छिलका
- नीम की पत्तियां
- गोबर का उपला
- चायपत्ती यूज की हुई या फ्रेश
- आलू का छिलका
- सूती कपड़ा
- पांच लीटर पानी
लिक्विड फर्टिलाइजर बनाने की विधि (Method of making liquid fertilizer)
ये फर्टिलाइजर बनाना बेहद आसान है। इसको आप सभी प्रकार के पौधों में इसे डाल सकते हैं। इसके लिए आपको थोड़ा बड़ा सूती कपड़ा लेकर फैला लेना है। इसमें एक गोबर का उपला, जितना पुराना होगा सही रहेगा। गोबर के उपले के छोटे टुकेड़ करके कपडे़ पर डाल देने हैं, उसके बाद, फ्रेश चायपत्ती की एक चम्मच या यूज की हुई चायपत्ती की दो चम्मच इसमें डालनी है।
इसमें नीम के पत्ते, आलू के छिलके, केले का छिलका, प्याज के छिलके डालने हैं। सभी चीजों को सूती कपड़े में लपेटकर पोटली बना लेनी है और ऊपर से बांध लेना है। अब 5 लीटर पानी लेना है और इस पोटली को उसमें डूबो देना है। पोटली के ऊपर कोई भारी वस्तु रख दें, जिससे ये ऊपर न आएं। 24 घंटे के लिए इस पोटली को आपको पानी में भिगोकर रखना है।
पौधों में इस तरीके से करनी है यूज (To be used in plants in this manner)
24 घंटे बाद आपको पोटली निकाल लेनी है। इस पोटली का आप कंपोस्ट बिन में डाल सकते हैं या दोबारा लिक्विड फर्टिलाइजर इससे बना सकते हैं। आप देखेंगे कि बाल्टी में आपके पास बेहतरीन लिक्विड फर्टिलाइजर तैयार हो गई है, जिसे छानने की भी जरुरत नहीं है।
आपको 1 हिस्से लिक्विड फर्टिलाइजर में 3 हिस्से पानी मिलाकर पौधों में यूज करनी है। मिट्टी ज्यादा गीली है, तो थोड़ी सूखने पर ही इसका प्रयोग करें। एक पौधे के लिए 300 एमएल लिक्विड फर्टिलाइजर काफी है। ये आप किसी भी पौधे में डाल सकते हैं।
लिक्विड फर्टिलाइजर पौधों में डालने के फायदे (Benefits of adding liquid fertilizer to plants)
- इससे पौधों की ग्रोथ तेजी से होती है।
- फूल, सब्जी और फल बड़े और ज्यादा आते हैं।
- गमले की मिट्टी में सूक्ष्मजीवों की संख्या बढ़ जाती है।
- पौधों को सभी प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं।
- इसको डालने से पौधों में फगंस नहीं लगती है।
- इसको डालने से फंगीसाइट और कीटनाशक का छिड़काव नहीं करना पड़ेगा।
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