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22 अप्रैल को हम हर साल पृथ्वी दिवस मनाते हैं। हमारी पर्यावरण संरक्षण को लेकर बहुत बड़ी जिम्मेदारी बनती है। हमें ये सोचकर  चलना होगा की हम आने वाली पीढ़ी को क्या दे रहे हैं। ये चारों तरफ फैला प्रदूषण, गाड़ियों का शोर, हर रोज विकास के नाम पर कटते पेड़ पौधे। सोचो अगर हमको भी विरासत में यही सब मिला होता तो, क्या होता? हमें तो हरे-भरे जंगल मिले थे, सुंदर-सुंदर जीव जंतु, नीला आसमान, चारों तरफ स्वच्छ वातावरण। हम अपने बच्चों को वो सब तो नहीं दे पाएंगे जो, हमें मिला था। लेकिन जो कुछ है उसको बचाने की कोशिश हम अपनी संतान के लिए जरुर कर सकते हैं। तो आज के इस लेख में पर्यावरण संरक्षण के कुछ आसान टिप्स जानते हैं।

प्लास्टिक का प्रयोग न करें

        प्लास्टिक को कहें बाय-बाय

अगर आप सच में पर्यावरण के लिए कुछ करना चाहते हैं। अगर आपने मन में ठान लिया है कि पर्यावरण को बचाना है तो सबसे पहले अपने घर में प्लास्टिक का प्रयोग बंद कर दीजिए। शुरुआत आपको खुद से करनी होगी। आप प्लास्टिक के बैग्स की जगह और विकल्प देखें।

पेड़-पौधे लगाएं

आपको ज्यादा से ज्यादा मात्रा में वृक्ष लगाने की कोशिश करनी चाहिए। आपके घर में जगह नहीं है तो, खेतो में लगाइए, स्कूल में लगाइए, अस्पताल में लगाइए खाली जगह पर कहीं भी आप ये नेक काम कर सकते हैं। पेड़ लगाकर आप पर्यावरण को बचाने में अपनी बहुत बड़ी भागीदारी निभाओगे। पेड़ लगाकर छोड़ देने से काम नहीं चलेगा आपको उसकी तब तक केयर करनी पड़ेगी जब तक वो बड़ा न हो जाएं।

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अपनी जिम्मेदारी समझें

पर्यावरण को बचाने के लिए सबसे पहले आपको इसे अपनी जिम्मेदारी समझना होगा। आपको हर कार्य करने से पहले ये देखना चाहिए कि इसको करने से पृथ्वी को कोई नुकसान तो नहीं होगा। आज विकास के नाम पर पृथ्वी का पतन हो रहा है। लोग नए-नए उद्योग स्थापित कर रहे हैं,लेकिन इससे पृथ्वी को कितना नुकसान हो रहा है ये कोई नहीं समझ पा रहा। इस नुकसान की भरपाई हमारे बच्चों को करनी होगी जो बहुत बुरी होगी।

पानी बचाएं

कभी भी पानी का व्यर्थ इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आज भी कई लोग ऐसे है जिन्हें पानी भी नहीं मिलता। मीलों चलकर पानी लाना पड़ता है, लेकिन हम पानी का दुरुपयोग करते हैं। पानी को नालियों में बहाते हैं। ये बिल्कुल भी सही नहीं है। हमें पृथ्वी के लिए अपना फर्ज निभाना होगा और इसकी रक्षा करने का जिम्मा लेना होगा। वो दिन दूर नहीं जब इसकी कीमत हम चुकाएंगे। चारों तरफ हाहाकार होगा। बीमारी, पानी की कमी, ऑक्सीजन की कमी, सांस लेने में दिक्कत, गर्मी से बिलबिलाते लोग हमारे चारों तरफ होगें।

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