आगरा के परमाल गांव के प्रदीप चौधरी सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने वर्क फ्रॉम होम के दौरान खेत में ड्रैगन फ्रूट के पेड़ लगाए। उन्होंने नौकरी के साथ खेती में भी हाथ आजमाया और कामयाबी मिली। आज वह इसकी खेती से लाखों रुपये कमा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ कार्यक्रम को सुनने के बाद प्रदीप चौधरी ने ड्रैगन फ्रूट की खेती करने की प्रेरणा मिली।
प्रदीप चौधरी ने इंजीनियरिंग के साथ-साथ खेताबाड़ी में आजमाया हाथ
प्रदीप चौधरी ने एक एकड़ में ड्रैगन फ्रूट के करीब 3200 पौधे लगाए। प्रदीप ने बताया कि ड्रैगन फ्रूट की खेती में करीब 20 लाख रुपये की लागत आई है। अब उन पौधों में फल आ रहे हैं। इन फलों को ऑनलाइन ऑर्डर पर गुरुग्राम, दिल्ली, नोएडा आदि स्थानों पर बेच रहे हैं। एक बार पौधा लगाने पर यह 20 वर्ष तक फल देता है। एक वर्ष में फल आना शुरू हो जाते हैं। अच्छी बात यह है कि इसमें कोई रोग नहीं लगता।
इन बातों का रखें ध्यान
पौधों को लगाने के लिए करीब 70 सेंटीमीटर गहरा व 60 सेंटीमीटर चौड़ा गड्ढा खोद लिया जाता है। इसके बगल सीमेंट के पोल लगाया जाता है। इस पर लता फैलती है। कलम को लगाते समय मिट्टी डालने के बाद 100 ग्राम सुपर फास्फेट डालना चाहिए। ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए मिट्टी की अच्छी तरह से जुताई कर लेना चाहिए। उसके बाद जमीन को समतल करके जैविक खाद डालना चाहिए।