आज की भागदौड़ भरी जिंदगी है में तनाव लेना आम बात है। व्यक्ति किसी न किसी बात को लेकत तनाव में जरूर रहता है। कभी परिवार से संबंधित समस्या, कभी नौकरी पर बॉस की किच-किच से परेशान, कभी पत्नी के तानों से दुखी। हर व्यक्ति के जीवन में समस्या होती है। हर व्यक्ति तनाव में होता है। लेकिन कभी-कभार ये तनाव ज्यादा हो जाता है। तनाव का सीधा असर व्यक्ति की सेहत पर पड़ता है। इससे व्यक्ति की गट हेल्थ प्रभावित होती है। पाचन तंत्र के लिए ज्यादा तनाव लेना अच्छा नहीं है। डाइटीशियन मनप्रीत ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ये जानकारी सांझा की है।
आंतों पर तनाव का क्या असर होता है?
जब हम तनाव में होते हैं, तो हमारी पूरी बॉडी पर इसका प्रभाव पड़ता है। तनाव लेने से बहुत सारे ऐसे हार्मोन्स और न्युरोट्रांसमीटर्स रिलीज होते हैं, जो हमारे गट को प्रभावित करते हैं। ये हमारी बॉडी में जहां भी रिलीज होते हैं उन्ही के सेल्स पर काम करते हैं। इसके प्रभाव से हमारे शरीर में रक्त के प्रवाह पर असर पड़ता है और ऑक्सीजन कम हो जाती है। ऐसे में ज्यादा तनाव हमारे शरीर में क्रैम्पिंग, इंफ्लेमेशन या गट बैक्टीरिया में असंतुलन हो पैदा कर देता है। नगैस्ट्रोइंटेस्टाइनल डिसऑर्डर बढ़ने की समस्या भी हो सकती है।
कब्ज की समस्या हो जाती है
ज्यादा तनाव जब हम लेते हैं, तो इसका सीधा असर हमारे पाचन तंत्र पर पड़ता है। ज्यादा तनाव कब्ज की समस्या पैदा कर सकता है। डाइजेशन की प्रक्रिया के दौरान हमारे खाने में डाइजेस्टिव जूस मिलता है और फिर खाने से जरूरी पोषक तत्व शरीर में अब्जॉर्ब होते हैं। ज्यादा तनाव पाचन तत्रं के लिए न्यूट्रिशन्स को अब्जॉर्ब करना मुश्किल बनाता है।
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तनाव के दौरान होने वाली समस्याएं
- इसकी वजह से कोर्टिसोल हार्मोन रिलीज होता है। ये हार्मोन गट बैलेंस को प्रभावित करता है। इसके कारण ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है।
- तनाव के कारण पेट में एसिड ज्यादा बनने लगता है। इसके कारण अपच और सीने में जलन की समस्या पैदा हो जाती है।
- इस वजह से डायरिया की समस्या भी हो जाती है। पेट में कोलन क्रिया ज्यादा बढ़ने के कारण ऐसा होता है।
- स्ट्रेस की वजह से पेट में ऐंठन भी हो जाती है, जिसके कारण पेट में तेज दर्द हो सकता है।