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आर्युवेद में बहुत सी औषधियां है, जिनके सेवन से शरीर की सभी बीमारियों पर काबू पाया जाता है। आर्युवेद में हर बीमारी का इलाज संभव है। बस हमें इसका इस्तेमाल का सही तरीका आना चाहिए। आज के इस लेख में कुछ चमत्कारिक औषधियों के बारे में जानेंगे जो सेहत के लिए लाभकारी है।
गिलोय
- गिलोय को अमृत बेल भी कहा जाता है।
- गिलोइन नामक ग्लूकोसाइड और टीनोस्पोरिन, पामेरिन,टीनोस्पोरिक एसिड पाया जाता है।
- गिलोय कॉपर, आयरन, फॉस्फोरस, जिंक,कैल्शियम और मैगनीज का भी स्रोत है।
- कोरोना काल में भी इसका काढ़ा लोग पीते थे।
- गिलोय के सेवन से बुखार, गठिया, पीलिया, डायबिटिज, मुत्र संबंधी रोग ठीक हो जाते हैं।
- कब्ज और अपच की समस्या के लिए भी गिलोय का सेवन रामबाण है।
अश्वगंधा
- ये प्राकृतिक औषधी गुणों से भरपूर है।
- इसका प्रयोग जड़ को सूखाकर, चूर्ण के रूप में किया जाता है।
- ये अच्छी नींद लाने में सहायक होती है।
- तनाव को कम करती है।
- मोटापा बढ़ाने के लिए, बल और वीर्य विकार में भी उपयोगी
- गले,छाती के दर्द, खांसी के उपचार के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।
- आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी अश्वगंधा का प्रयोग किया जाता है।
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ब्राह्मी
- ब्राह्मी नमी के स्थान में उगने वाली औषधी है।
- शरीर को ठंडक देने के लिए इसका प्रयोग होता है।
- याददाश्त बढ़ाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
- ये बुद्धिवर्धक और पीतनाशक औषधी मानी जाती है।
- ब्राह्मी में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं।
त्रिफला
- त्रिफला कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है।
- ये लाल रक्त कोशिकाओं की वृद्धि करता है।
- पाचन तंत्र को भी मजबूत करता है।
- हड्डियों से संबंधित बीमारियां दूर करने में भी हेल्प करता है।
मुलेठी
- मुलेठी स्वाद में मीठी होती है।
- मुलेठी में कैल्शियम, ग्लिसराइजिक एसिड पाए जाते हैं।
- एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटीबायोटिक, प्रोटीन और वसा के गुणों से भरपूर होती है।
- आंख, गले, पेट संबंधी रोगों के साथ-साथ इससे घाव का उपचार भी होता है।
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तुलसी
- तुलसी में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं।
- पेट से संबंधित बीमारियां दूर होती हैं।
- शरीर के पीएच लेवल को मेंटेन रखती है।
नीम
- घावों को साफ करने में मदद करता है।
- खांसी और प्यास को दूर करने में सहायक है।
- पेट के कीड़ो को खत्म करने में भी उपयोगी है।
- सूजन को कम करता है।
- उल्टी को ठीक कर देता है।
हल्दी
- हल्दी त्वचा के लिए अच्छी मानी जाती है।
- घावों के उपचार के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है।
- कैंसर के उपचार के लिए भी हल्दी का प्रयोग किया जाता है।
- पाचन तंत्र को मजबूत करने में भी सहायक है।
- जोडों के दर्द में राहत।
- सब्जी का जायका भी बढ़ा देती है हल्दी।
अशोक
- शरीर में खून साफ करने में मदद करता है।
- त्वचा संबंधी बीमारियों में भी करता है मदद।
- शुगर के रोगियों के लिए लाभकारी।
- दस्त के रोकथाम के लिए भी किया जाता है प्रयोग।
- इन्फेक्शन से लड़ने में मदद करता है।
सहजन
- मोटापा कम करने के लिए सहजन का उपयोग।
- शुगर रोगियों के लिए भी लाभकारी।
- अल्सर के लिए उपयोगी।
- इम्यूनिटी बढ़ाने में सहायक।
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