APRAJITA-अपराजिता का पौधा हर कोई लगाना चाहता है। अपराजिता सफेद कलर में मिलती है, लेकिन नीले रंग वाली अपराजिता लोगों की ज्यादा भाती है। अपराजिता के लिए गर्मियों का मौसम सही है। इस समय ये अच्छी तरह से फलती है और फूलती है।
आपके घर में अपराजिता की बेल है और आप चाहते हैं कि इस पर ताबड़तोड़ तरीके से फूल आएं और ये हरीभरी रहे, तो ये लेख पढ़िए। आज हम आपको अपराजिता में सरसों के बीज डालने से क्या फायदा होता है, इसकी जानकारी देंगे।
अपराजिता में सरसों के बीज डालने का फायदा
अपराजिता इस समय अच्छे से ग्रोथ करती है। गर्मियों का मौसम शुरु हो गया है और इस समय अपराजिता को पोषण की भी ज्यादा जरुरत है। आप चाहते हैं कि आपकी अपराजिता की बेल पर अनगिनत फूल आएं और अच्छे से ग्रोथ हो, तो आप सरसों के बीज डाल सकते हैं। सरसों के बीज किसी भी फ्लावरिंग प्लांट में डाले जा सकते हैं।
मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है
सरसों के बीज जब जब पौधे में डालें जाते हैं,तो इससे मिट्टी की उर्वरता शक्ति बढ़ती है। इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, कैल्शियम की मात्रा होती है। सल्फर भी इसमें पाया जाता है। ये सभी पोषक तत्व धीरे-धीरे विघटित होते हैं और मिट्टी को उपजाऊ बनाते हैं।
पौधों की ग्रोथ दोगुनी होती है
सरसों के बीज में कई तरीके के पोषक तत्व होते हैं, जो पौधे की ग्रोथ बढ़ाने में सहायक है। इसमें मौजूद पोषक तत्व अपराजिता के पौधों को मजबूत बनाने और उनकी ग्रोथ को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। इससे पौधे पर ज्यादा फ्लावरिंग होती है और स्वस्थ रहते हैं।
रोग और कीटों से बचाते हैं
आप अपराजिता में सरसों के बीज डालते हैं, तो ये रोग और कीटों से पौधे को बचाने में सहायक है। सरसों के बीज में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो अपराजिता के पौधों को रोगों और कीटों से बचाने में मदद करते हैं। इसलिए आप अपने पौधे को स्वस्थ बनाए रखने के लिए इसका प्रयोग बेझिझक कर सकते हैं।
मिट्टी को ढ़ीला करता है
आप सरसों के बीज पौधे की मिट्टी में डालते हैं, तो ये मिट्टी को ढ़ीला करने में योगदान देते हैं। इससे पौधे की जडों में पोषक तत्व आसानी से पहुंचेंगे और बेहतर जल और हवा का प्रवाह होगा। इसलिए आप सरसों के बीजों का प्रयोग पौधों में कर सकते हैं। इससे पौधों की जड़े भी बेहतर ढंग से विकसित होती है।
खरपतवारों को नियंत्रित करने में सहयोग
सरसों के बीज मिट्टी में प्राकृतिक मल्चिंग की तरह काम करते हैं। इससे पौधे में नमी भी रहेगी और खरपतवारों से पीछा भी छुटेगा। आप पौधों में इसका प्रयोग कर सकते हैं।
फूलों की संख्या को बढ़ाता है
सरसों के बीजों में कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं, जो आपके पौधों पर फूलों की संख्या बढ़ा देंगे। आप गुलाब, गुड़हल, मोगरा और अपराजिता जैसे फूल वाले पौधों में ये डाल सकते हैं। इसमें फॉस्फोरस और नाइट्रोजन होता है, जो फूलों की संख्या बढ़ाते हैं और पत्तियों को सुंदर बनाते हैं।
सरसों के बीज पौधों में उपयोग का तरीका
- सरसों के बीजों को महीन पीस लेना है।
- इस पेस्ट को एक दिन के लिए धूप में रखें।
- पौधों की मिट्टी में इसको डालें।
- आप लिक्विड फर्टिलाइजर के रुप में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
- पौधों में देने से पहले एक रात पानी में भिगोकर रखें और फिर छानकर स्प्रे करें।
- पौधा लगाने से पहले मिट्टी तैयार करते समय इसको मिला सकते हैं।
पौधे में सरसों के बीज डालने से पहले बरतें सावधानी
- इसमें नाइट्रोजन की मात्रा ज्यादा होती है, इसका प्रयोग ज्यादा ना करें।
- प्रयोग से पहले मिट्टी की जांच करवा लें और उचित मात्रा में प्रयोग करें।
- सीधे सरसों के बीज पौधे में नहीं डालने हैं ये उग जाएंगे।
- आपको सरसों के बीज को पीसकर पौधों में डालना है।
अपराजिता की दोगुनी ग्रोथ के लिए अन्य सुझाव
- पौधे को नियमित रुप से पानी दें।
- पौधों की पत्तियों पर भी पानी का छिड़काव करें।
- शाम के समय पौधे की पत्तियों पर पानी न लगने दें।
- पौधे को 6 घंटे की धूप जरुरी है।
- नीम खली, वर्मीकंपोस्ट, गोबर की खाद भी इसमें डालें।
- समय-समय पर खरपतावर निकालते रहें।
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नोट- यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल सामान्य दिशानिर्देश हैं। अपनी विशिष्ट आवश्यकताओं के लिए सर्वोत्तम सलाह के लिए, आप किसी कृषि विशेषज्ञ या माली से सलाह ले सकते हैं।ज्यादा जानकारी के लिए द यूनिक भारत से जुड़े रहिए धन्यवाद।