आज के प्रतियोगी युग में नकारात्मक लोगों की संख्या दिनों दिन बढ़ रही है। इस तरह के लोग दूसरों से द्वेष भावना रखते हुए साथ ही रहते हैं और अपनी नाकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित करते रहते हैं। नाकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव लोगों पर तेजी से पड़ता है। इससे बनते हुए कामों में भी अड़चनें शुरू हो जाती है। जीवन में कमियां निकाल कर हताश बैठ जाना इसका पहला लक्षण हैं। जिसके बाद पता ही नहीं चलता कि आप कब सफलता की मंजिल के ठीक करीब पहुंच कर भी असफल हो गए। इसलिए ऐसे लोगों को तुंरत पहचान कर दूरी बनाने की जरूरत है।
दूसरों की कमियां निकालने की बुरी आदत
निगेटिव लोग हमेशा दूसरों की कमियां निकालते रहते हैं। जबकि वास्तविकता में ये ईष्या व द्वेष रखते हैं। खुद को सर्वश्रेष्ठ समझना इनकी पहली गलतफहमी होती है। दूसरों की बुराई करके जो व्यक्ति खुश होते हैं ऐसे लोग जीवन में अक्सर नेगेटिव होते हैं। अगर आपके आसापास ऐसे लोग हैं तो आपको इनकी बातों में नहीं आना चाहिए और जल्द ही दूरी बना लेनी चाहिए।
Pessimistic होते हैं
नकारात्मक लोग जीवन के सकारात्मक पक्ष को अक्सर नजरअंदाज करते हैं। ये पूरी तरह निराशावादी द्ष्टिकोण के होते हैं। किसी की भी सफलता में नैगेटिव प्वाइंट खोज लेते हैं। बहुत जल्दी निराश हो जाते है। छोटे-छोटे मामलों में भी वे बुरा पहले सोचते हैं। निरंतर किसी ना किसी बात का रोना और शिकायत करते रहते हैं।
प्रयास करने में नहीं रखते विश्वास
इस तरह के लोग जीवन में कभी नए प्रयास नहीं करते। वे आगे बढ़ रहे लोगों को भी पीछे खींचने का प्रयास करते हैं। लोगों के भीतर असफलता का डर बैठते हैं। नकारात्मक सोच के साथ व्यक्ति विचार करता है कि कल तो और भी बुरा दिन होगा। इस तरह की सोच रखने वाले व्यक्तियों की पहचान बहुत मुश्किल नहीं है।
चुगलियां होती हैं पसंद
इस तरह के लोगों को चुगलियां करना बेहद पसंद होता है। ये लोग हमेशा दूसरी की शिकायतें करते रहते हैं। वे हर चीज से चिढ़े रहते हैं और जिस भी माहौल में रहते हैं उसमें भी अपनी चिढ़ घोलते रहते हैं। उनके मन में यह रहता है कि पूरी दुनिया उनके खिलाफ काम कर रही है। आप इस बात को न भूलें कि अगर कोई व्यक्ति आपके पास आकर किसी और की बात कर रहा है, तो वो अन्य के पास जाकर आपके बारे में बुराई करता होगा। ये लोग अक्सर रिश्तों, घर की समस्याओं और ऑफिस की चीजों को लेकर शिकायत ही करते रहते हैं।
Bahut acha laga
शुक्रिया