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आजकल गार्डनिंग में जैविक खाद का ही प्रयोग किया जाता है। जिसमें गोबर खाद, वर्मीकम्पोस्ट, किचिन वेस्ट आदि शामिल हैं लेकिन इन दिनों समुद्री खरपतवार ( सीवीड, seaweed Fertilizer) का प्रयोग भी बढ़ रहा है। इस फर्टिलाइजर की खास विशेषताओं के चलते इसका प्रयोग बढ़ रहा है। दरअसल सीवीड फर्टिलाइजर (Seaweed), समुद्र की गहराई में स्थित शैवाल (एल्गी) है। समुद्र में हजारों किस्म की शैवाल (Algae) पायी जाती हैं।

क्या है सीवीड फर्टिलाइजर

सीवीड खाद एक organic fertilizer है। यह समुद्र में पाई जाने वाली घासों (Kelp), शैवाल (Algae) आदि के प्रोसेस से बनाई जाती है।  यह खाद लिक्विड और सूखे दाने के रूप में बाजार में मिलती है।  seaweed कभी-कभी पानी के साथ किनारे पर आ जाते हैं। इन्हीं शैवाल को सुखाकर या गीला ही उर्वरक के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। Seaweed में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये तत्व पौधों के लिए जरूरी होते हैं। सीवीड खाद के इस्तेमाल से पौधा स्वस्थ और रोगमुक्त रहता है। साथ ही मौसम की मार से सुरक्षित रहता है। इसकी खास बात है कि सीवीड धीरे-धीरे मिट्टी में पोषक तत्व छोड़ता है जिससे लंबे समय तक पौधे को न्यूट्रिशन मिलता है। इस फर्टिलाइजर इस्तेमाल मुख्य रूप से टेरेस गार्डन, बाल्कनी गार्डन, कंटेनर गार्डन या किचन गार्डन में किया जाता है। इससे पौधे की ग्रोथ काफी अच्छी होती है।

गार्डनिंग में सीवीड फर्टिलाइजर के फायदे

  • पौधे की ग्रोथ अच्छी होती है।
  • मिट्टी को उपजाऊ बनाने के लिए बेस्ट माना जाता है।
  • पौधे की मिट्टी में नमी बनाने के लिए
  • सीवीड फर्टिलाइजर लगाने से पौधों में खरपतवार नहीं उगती।
  • मिट्‌टी में चीटिंया या अन्य कीड़े लगने की संभावना कम होती है।
  • पौधों को रोगों से बचाता है।
  • पौधों को ठंड व गर्मी से बचाता है।
  • इसमें फास्फोरस अच्छा होने की वजह से फल और फूलों की पैदावार अच्छी होती है।
  •  फॉस्फोरस पौधों को स्वस्थ तथा जड़ों व तनों को मजबूत करता है।
  • इसमें नाइट्रोजन, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और कैल्शियम होता है।
  • यह मनुष्यों और जानवरों पर भी कोई दुष्प्रभाव नहीं डालती।
  • इससे मिट्टी और पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है
  • बीज जल्दी अंकुरित होता है और स्वस्थ पौधा बनता है।

कितनी मात्रा में करें प्रयोग

  • एक लीटर पानी में करीब 3-6ml सीवीड खाद मिक्स करके पौधों की जड़ों के आसपास डालें।
  • स्प्रे करने के लिए 1 लीटर पानी में करीब 1-3ml सीवीड खाद मिलाकर पत्तियों पर स्प्रे  करें।
  • पत्तियों पर सीवीड खाद का स्प्रे करना सबसे अच्छा माना गया है। फ्लावरिंग व फ्रूटिंग शुरू होने से 10 दिन पहले यह खाद डालना चाहिए।

सीवीड प्रयोग करते समय ध्यान रखें

  • सीवीड फर्टिलाइजर को एक बार डालने के बाद दो हफ्तों तक दोबारा न डालें।
  • जब भी सीवीड इस्तेमाल कर रहे हैं तो अन्य फर्टिलाइजर का इस्तेमाल न करें।

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