इन दिनों गार्डनिंग का क्रेज काफी बढ़ा है। इसके साथ ही गार्डनिंग का बड़ा हिस्सा बनता जा रहा है कबाड़ से जुगाड़। जहां सीमेंट या प्लास्टिक के गमले खरीदकर पौधे उगाना लोगों के लिए महंगा शौक बन रहा था। वहीं अब वेस्ट चीजों के प्रयोग से यह शौक काफी सस्ता, क्रिएटिव और खूबसूरत हो गया है। इसके लिए लोग प्रयोग की जा चुकी प्लास्टिक की बोतलें, फूड कंटेनर, तेल व पेंट की बोतल, डब्बे व बाल्टियाें का प्रयोग करते हैं।
वहीं हम आपको इस लेख में इन सभी वेस्ट चीजों के अलावा कुछ खास बताएंगे। जिसमें टॉयलेट शीट, वॉश बेसिन, बाथ टब में पौधे उगाए गए हैं। यहां बात होगी जनकपुरी के विनय बाली के बारे में जिन्होंने वेस्ट चीजों से बेस्ट चीजें बनाकर देश के साथ विदेश में भी नाम रोशन किया है। उनके आइडिया विदेश में भी अपनाए जा रहे हैं।
तैयार की ग्रीन स्ट्रीट
विनय बाली जानकपुरी दिल्ली के रहने वाले हैं और पिछले 22 साल से गार्डनिंग कर रहे हैं। इसी कड़ी में एक कचरे वाली गली को इन्होंने ग्रीन स्ट्रीट बना दिया और वो भी पूरा Waste चीजों से। विनय बाली जी ने वाश बेसिन, टॉयलेट सीट, बाथ टब और ना जाने किन किन चीजों में पोधे उगा दिये। इन्होंने लगभग 2000 से ज़्यादा वेस्ट पॉट्स में पोधे लगाये हैं। उनके इस काम के लिए दिल्ली सरकार से इन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है। यही नहीं, कई पड़ोसियों ने ग्रीन स्ट्रीट के कारण यहां घर लिया है।
दुकानों व घरों से एकत्रित करते हैं वेस्ट चीजें
विनय बाली टॉयलेट सीट, बाथ टब और वॉश बेसिन आदि को दुकानों से लेते हैं। बहुत सी दुकानों में शीट क्रेक हो जाती हैं। जो उनके लिए वेस्ट होती है और बाली के लिए प्रकृति में सहयोगी। यानि वो दुकानों से अपनी गली में इन शीट, वॉश बेसिन आदि को लेकर पहुंचते हैं। इनमें पौधे उगा देते हैं। इसके साथ ही लोग इनके काम से इतने प्रभावित होते हैं कि उनके घर की वेस्ट चीजें भी वे इन्हें दे देते हैं। वे इनका प्रयोग गार्डनिंग में करते हैं।
फुटपाथ को बना दिया सेल्फी प्वाइंट
जनकपुरी की मेन रोड की फुटपाथ पर इन टॉयलेट सीट में पौधे उगाए गए हैं। ये लोगों के लिए कुछ अलग और खूबसूरत नजारे से कम नहीं होता। लोग रुककर यहां पर सेल्फी लेते हैं। दूर-दूर से भी लोग इन्हें देखने के लिए पहुंचते हैं। बता दें कि विनय बाली 75 वर्ष के हैं, लेकिन गार्डनिंग का काम करते समय उनमें ऊर्जा 25 वर्ष के युवा जैसी होती है।