भारतीय करेंसी में समय-समय पर बदलाव होता रहता है, ताकि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी वैल्यू बनी रहे। भारत में फिलहाल 2 और 10 के तीन-चार तरह के सिक्के चलते हैं। इन सिक्कों पर कुछ लाइन बनी हुई होती है। आज के इस लेख में हम इन लाइन्स के बारे में जानेंगे कि इन सिक्कों पर ये लाइन क्यों बनी हुई होती है और आरबीआई ने इन सिक्कों के चलन पर क्यों पांबदी लगा दी।
क्यों 2 और 10 के सिक्कों पर बनती हैं लकीरें
2 और 10 रुपये के सिक्कों के ऊपर पहले लकीरें हुआ करती थी। आरबीआई का मानना था कि ये लकीरें आपसी सौहार्द को दर्शाती है। सिक्कों पर बनी ये लकीरें आपसी मेलजोल का प्रतीक है ऐसा आरबीआई का मानना था। एक दूसरे से मिलती इन लाइन्स के चारों और बिंदू भी होते थे। इन सिक्कों को बंद कर दिया गया। माना जाता है कि इन सिक्कों को लेकर विरोध जगह-जगह विरोध प्रदर्शन होने लगे थे।
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ईसाई धर्म से जोड़ दिया गया सिक्कों को
10 और 2 रुपये के सिक्कों पर बनी इन लाइन्स की वजह से देश में विरोध प्रदर्शन होने लगे थे। लोगों का कहना था कि इन सिक्कों के माध्यम से ईसाई धर्म को प्रमोट किया जा रहा है। माना जाने लगा कि ये लाइन्स ईसाई धर्म के क्रास से मेल खाती है। लोगों ने इन सिक्कों का विरोध किया और बैन करने की मांग की। लोगों की मांग पर आरबीआई द्वारा इन सिक्कों का चलन बंद कर दिया गया था। 10 और 2 के नए सिक्के मार्केट में आए। जिन सिक्कों पर लाइन हैं वो पुराने सिक्के हैं।
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