नींद की आवश्यकता व्यक्ति से व्यक्ति भिन्न हो सकती है। लेकिन सामान्यतः, एक वयस्क व्यक्ति को रात में 7 से 8 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। लेकिन आज के समय में नींद पूरी नहीं होना एक समस्या बना हुआ है। जिससे बहुत सी बीमारियों के होने का खतरा रहता है। यूनाइटेड स्टेट की एक रिपोर्ट के अनुसार नींद पूरी नहीं होने का बड़ा कारण सोशल मीडिया है।
बच्चों और टीनेजर्स को अधिक नींद की आवश्यकता होती है। एक स्कूल जाने वाले बच्चे को करीब 9 से 10 घंटे तक की नींद की आवश्यकता होती है। टीनेजर्स को भी अधिक नींद की आवश्यकता होती है, और उन्हें लगभग 8 से 10 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। यह जानना जरूरी होता है कि नींद की मात्रा अक्सर उम्र, शारीरिक गतिविधियों और जीवन शैली पर निर्भर करती है। जब आप पूरी तरह से आराम कर लेते हैं तो आप नए दिन के लिए तैयार होते हैं।
वर्कप्लेस पर बेेहतर प्रदर्शन के लिए नींद जरूरी
नींद का व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के साथ वर्कप्लेस पर प्रभाव पड़ता है। नींद भावनात्मक संतुलन और एक स्वस्थ सक्रिय शरीर के लिए आवश्यक है। रेसमेड एएलए स्लीप सर्वे 2022 के परिणामों मे सामने आया है कि, 72% भारतीयों ने अनुचित निद्रा चक्र (Improper Sleep Cycle) को भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना।
नींद पूरी नहीं होने पर हो सकती हैं ये समस्याएं
- थकान: नींद पूरी नहीं होने से आपको थकान महसूस होती है जो दिनभर की गतिविधियों को प्रभावित करती है।
- मानसिक संतुलन में असंतुलन: नींद न पूरी होने से आपका मानसिक संतुलन भी प्रभावित हो सकता है। इससे आप चिंतित और उत्सुक हो सकते हैं और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है।
- स्वास्थ्य समस्याएं: नींद पूरी न होने से आपको स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि मधुमेह, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, वजन बढ़ना, इम्यून सिस्टम में कमजोरी आदि।
- अधिक समय तक जागते रहने से दृष्टि कमजोर हो सकती है।
- मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं: नींद पूरी न होने से व्यक्ति को अवसाद, उत्सर्जन विकार या अन्य मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो जाती हैं।
- चेहरे पर बुरा असर: स्वास्थ्य समस्या का पहला लक्षण चेहरे से ही नजर आ जाता है। ऐसे लोगों के चेहरे पर तरह-तरह के दाग-धब्बे और डार्क सर्कल नजर आने लगते हैं।.