प्राचीन समय से ही हम गेहूं का आटे का इस्तेमाल करते आ रहे हैं। हम सुबह, शाम, दोपहर तीनों पहर गेहूं से बनी हुई रोटियां खाते हैं। हम कभी भी रोटियों से बोर नहीं होते। बीमार होने पर जब भी हम डॉक्टर के पास जाते थे है तो, हमारे खाने पीने से जुड़ी चर्चा होती है। डॉक्टर हमें सब्जी, फल, दूध, दही सबके बारे में बता देते हैं। लेकिन गेहूं से बने आटे का कोई जिक्र नहीं होता। आज हम गेहूं से बने आटे से होने वाले नुकसान के बारे में बात करेंगे।
हाइब्रिड बीज से होता है नुकसान
दरअसल आधुनिक समय में किसान ज्यादा मुनाफे के हाइब्रिड बीज का इस्तेमाल करते है। वैज्ञानिक किसानों को ज्यादा मुनाफा पहुंचाने के लिए हाइब्रिड बीज तैयार करते हैं। प्रोससिंग के दौरान कई कैमिकलस से होकर ये बीज तैयार होता है। हाइब्रिड बीज से तैयार हुई गेहूं हम खाते है जो सेहत के लिए सही नहीं है। आटे से होने वाली प्रॉब्लम धीरे-धीरे हमारे शरीर में होती है और इनकी तरफ हमारा ध्यान नहीं जाता है।
पहले समय में हाइब्रिड बीज तैयार नहीं होता था ये आज के जमाने में तैयार होने लगे हैं। हमारे पूर्वज इसलिए इसे खाने से बीमार नहीं होते थे। मौसम के हिसाब से भी वो बदल-बदल कर अनाज खाते थे, जिससे उनकी सेहत अच्छी रहती थी। इसलिए हमारे बड़े बुढ्ढे कई प्रकार की बीमारियों से बचे रहते थे।
गेहूं का आटा खाने से होने वाले नुकसान
मोटापा बढ़ता है
वैज्ञानिकों का भी मानना है कि गेहूं का आटा खाने से मोटापा बढ़ने लगता है। जिन लोगों को वेट लॉस करना है वो गेहूं के आटे का इस्तेमाल ना करें तो सही रहता है। इसमें ग्लूटन की मात्रा ज्यादा होती है, जिस वजह से फैट बढ़ सकता है।
शरीर में थकावट
गेहूं का आटा खाने से शरीर में कार्बोहाइडेटस बढ़ जाते हैं। आटे में मौजूद कार्बोहाइडेटस बढ़ने से शरीर में थकान महसूस होने लगती है। शरीर में आलस भी आता है।
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एलर्जी
गेहूं का आटा कई बार एलर्जी का कारण भी बन सकता है। माना जाता है गेहूं में ग्लूटन काफी ज्यादा मात्रा में होता है और इस वजह से बहुत सारे लोगों को एलर्जी भी हो जाती है।
पेट संबंधी बीमारियां
गेहूं के आटे में ग्लूटन होने की वजह से पेट से संबंधित बिमारियां हो जाती है जैसे- अपच, कब्ज, पाचन तंत्र खराब। संयुक्त राज्य अमेरिका की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया मे 200 लोगों में से एक व्यक्ति ग्लूटन के कारण ही बीमार होता है।
थाइराइड का कारण
माना जाता है कि जिन लोगों को थाइराइड की दिक्कत है उन लोगों को गेहूं का आटा कम खाना चाहिए। क्योंकि इसका लगातार सेवन आपकी समस्या को बढ़ा सकता है।
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ब्लड शुगर बढ़ता है
गेहूं का आटा फायदा पहुंचाने की बजाए बहुत बार नुकसान कर देता है। डॉक्टर्स का कहना है कि इसके सेवन से ब्लड शुगर बढ़ जाता है और समस्या गंभीर हो जाती है। शुगर के रोगियों को गेहूं की रोटी खाने से मना किया जाता है और चने की रोटी खाने की सलाह दी जाती है।