Madhukamini Plant: गार्डन से अगर फूलों की महक पड़ोसियों के घर तक न फैले तो मान लीजिए, काम अभी अधूरा है। यानि आज हम आपको एक ऐसे ही प्लांट के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके फूलों की खुशबू आपके घर के साथ ही पड़ोसियों के घरों को भी महका देगी।
हम बता रहे हैं मधुकामिनी पौधे के बारे में। यह बेहद खूबसूरत प्लांट है। देखने के बेहद खूबसूरत हैं। हरी चमकदार पत्तियां होती हैं। फूलों की महक शानदार होती है। यह पौधा हर किसी के गार्डन में होना जरूरी है। वास्तु में भी इस पौधे को घर में लगाना शुभ बताया है।
इस लेख में हम आपको कुछ ऐसे टिप्स देंगे जिसकी मदद से आपका मधुकामिनी पौधा पर गुच्छों में हजारों फूल खिलेंगे। इसके साथ ही हम इसे उगाने व देखभाल का तरीका भी बताएंगे।
मधुकामिनी प्लांट के बारे में (About Madhukamini Plant)
- मधुकामिनी को बीजों और कटिंग से उगाया जा सकता है।
- मधुकामिनी का वैज्ञानिक नाम Murraya paniculata है।
- इसपर सफेद रंग के फूल गुच्छों में आते हैं।
- फूलों में तेज खुशबू होती है, जो आकर्षित करती है।
- इसकी पत्तियां गहरी हरी होती हैं।
- इस पौधे की एक टहनी पर ही ढेरों पत्तियां होती है।
- यह तेजी से बढ़ने वाला पौधा हे।
- इस पौधे को अन्य पौधों के मुकाबले कम देखभाल की जरूरत है।
- इस पर देखने में सुंदर फल भी आता है।
कैसे उगाएं मधुकामिनी (How to grow Madhukamini)
मधुकामिनी को उगाना आसान है। आप इसे बीज से भी उगा सकते हैं। इसपर फूलों के साथ ही ढेरों फल आते हैं। जो जमीन पर गिर कर और नए पौधे बन जाते हैं। आप चाहे तो नर्सरी से पौधा लाकर अपने घर में लगा सकते हैं। इसे बहुत ही कम देखभाल की जरूरत होती है।
ज्यादा फूलों के लिए क्या करें (What to do for more flowers)
मधुकामिनी पर गर्मियों में फूल खिलते हैं। मार्च से लेकर सितंबर तक यह फूलों से लदा रहता है। इसपर सफेद रंग के फूल आते है। इसे पीला जैस्मीन भी कहा जाता है। हालांकि बहुत से लोगों की शिकायत होती है कि उनके मधुकामिनी पर कम फूल आ रहे हैं। ऐसे में मधुकामिनी के पौधे में केले के छिलके व प्याज के छिलकों की खाद डालें। केले और प्याज के छिलकों में पॉटेशियम और फॉस्फोरस अच्छा होता है। जिससे पौधे पर फूलों की संख्या बढ़ती है।
चायपत्ती का करें प्रयोग (use tea leaves)
मधुकामिनी अपनी हरियाली के लिए भी पसंद किया जाता है। इसकी ग्रीनरी को बनाए रखने के लिए इस पौधे को नाइट्रोजन की अधिक जरूरत होती है। चाय की पत्ती में नाइट्रोजन की अच्छी मात्रा होती है। प्रयोग की गई चायपत्ती को धोकर व सुखाकर इस पौधे की मिट्टी में मिलाएं। इसके साथ ही पौधे में पत्ती खाद दें। इससे पौधे की हरियाली बनी रहेगी।
घर में लाता है सकारात्मकता (Brings positivity into the home)
वास्तु में कई पौधों का विशेष महत्व है। उन्हीं में से एक है मधुकामिनी का पौधा। मधुकामिनी घर में सकारात्मकता लाने का काम करता है। लोगों को तनावमुक्त करता है। इसकी सुगंध मानसिक शांति देता है। वास्तु के हिसाब से अगर इसे घर में रखें तो सपने पूरे होते हैं।
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