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Excessive weeding: क्या आप भी पौधों की बार-बार गुड़ाई करते हैं। गार्डन में जाते ही क्या आपकी आदत भी खुरपी चलाने की है? अगर ऐसा है तो यह काफी गलत है। इससे पौधों को नुकसान होता है। पौधों की ग्रोथ पर असर पड़ता है।

यद्यपि गुड़ाई मिट्टी और पौधों के लिए कई लाभकारी होती है, लेकिन अधिक गुड़ाई से कई नुकसान भी हो सकते हैं। गुड़ाई का भी एक निश्चित समय होता है। साथ ही पौधों में गुड़ाई भी सीमित मात्रा में करनी चाहिए।  इस लेख में आज हम आपको अधिक गुड़ाई के नुकसान बताएंगे। साथ ही बताएंगे कि आपको कब और कितनी गुड़ाई करनी चाहिए। पूरी जानकारी के लिए पूरा लेख पढ़ें।

अधिक गुड़ाई करने से नुकसान(Excessive weeding of plants can cause harm)

1. मिट्टी की संरचना में क्षति: बार-बार गुड़ाई करने से मिट्टी के कण टूट जाते हैं, जिससे मिट्टी की संरचना खराब हो जाती है।

2. मिट्टी के पोषक तत्वों का क्षरण: अधिक गुड़ाई करने से मिट्टी के कार्बनिक पदार्थ और पोषक तत्व तेजी से नष्ट हो जाते हैं। ऐसे में पोषक तत्व कम हो जाते हैं।

3. मिट्टी का क्षरण: अधिक गुड़ाई करने से मिट्टी की ऊपरी परत हवा और पानी के संपर्क में आ जाती है, जिससे मिट्टी का क्षरण बढ़ जाता है।

4. मिट्टी में रहने वाले जीवों को नुकसान: अधिक गुड़ाई करने से मिट्टी में रहने वाले लाभकारी जीवों, जैसे केंचुए और जीवाणु, नष्ट हो जाते हैं।

5. पौधों को नुकसान: अधिक गुड़ाई करने से पौधों की जड़ें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं, जिससे उनकी वृद्धि और उत्पादन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

6. पानी की बर्बादी: अधिक गुड़ाई करने से मिट्टी की जल धारण क्षमता कम हो जाती है, जिससे पानी का तेजी से वाष्पीकरण होता है और पानी की बर्बादी होती है।

गमलों में गुड़ाई का सही समय( Right time for weeding in pots)

गमलों में गुड़ाई का सही समय मिट्टी, पौधे और मौसम पर निर्भर करता है। अधिक गुड़ाई से होने वाले नुकसानों से बचने के लिए, केवल तभी गुड़ाई करें जब इसकी आवश्यकता हो।

  • जब मिट्टी सूखी हो: अपनी उंगली को मिट्टी में डालकर जांचें। यदि मिट्टी पहली उंगली के जोड़ तक सूखी है, तो गुड़ाई का सही समय है।
  • जब पौधे तेजी से बढ़ रहे हों: बढ़ते हुए पौधों के समय गुड़ाई करें। इस समय पौधों को अधिक पोषक तत्वों और पानी की आवश्यकता होती है। गुड़ाई करने से मिट्टी ढीली होती है और जड़ों तक हवा और पानी का प्रवेश होता है।
  • जब खरपतवार उगने लगे: खरपतवार, पौधों से पोषक तत्व और पानी छीन लेते हैं। गुड़ाई करने से खरपतवारों को जड़ से निकाल दिया जाता है।
  • मौसम: सर्दियों या वसंत ऋतु में गुड़ाई करना सबसे अच्छा होता है जब तापमान मध्यम होता है।

 पौधों के अनुसार गुड़ाई का समय(Weeding time according to plants)

  • फूल वाले पौधे: हर 2-3 सप्ताह में एक बार
  • पत्तेदार सब्जियां: हर 1-2 सप्ताह में एक बार
  • फल वाले पौधे: हर 3-4 महीने में एक बार
  • जड़ी-बूटियां: हर 4-6 सप्ताह में एक बार

गमलों में गुड़ाई करते समय ध्यान रखें ये बातें

  • हल्की गुड़ाई करें: गमलों में मिट्टी की मात्रा कम होती है, इसलिए गहरी गुड़ाई करने से जड़ों को नुकसान हो सकता है। गहरी गुड़ाई से बचें।
  • गुड़ाई के बाद पानी दें: गुड़ाई करने से मिट्टी ढीली हो जाती है और पानी जल्दी सूख जाता है। गुड़ाई के बाद पानी दें।
  • जैविक खाद का उपयोग करें: गुड़ाई करने के बाद, मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के लिए जैविक खाद का उपयोग करें।

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