गार्डनिंग करने वाले लोग मिट्टी की उपजाऊ शक्ति बढ़ाने के लिए तरह-तरह की चीजें इसमें मिलाते हैं।

 पौधों को हराभरा देखकर जिन लोगों को सुकुन मिलता है, वो इनकी केयर बड़े प्यार से करते हैं।

गमले में कोकोपीट का इस्तेमाल लोग करते हैं। इससे पौधों को सभी पोषक तत्व भी मिलते हैं और ये पौधे के लिए अच्छा है।

कोकोपीट की जगह आप अन्य किन चीजों का इस्तेमाल गमले में कर सकते हैं इसके बारे में जानिए

ये बायलोजिकल वेस्ट है, जो पौधों को संपूर्ण पोषक तत्व उपलब्ध करवाता है। ये मिट्टी से काफी हल्का होता है। 

मूंगफली के दाने निकालने के बाद बचे छिलकों का प्रयोग गार्डन में खाद बनाने के लिए किया जा सकता है। 

इसको महीन पीसकर पानी में भिगोकर मिट्टी की जगह यूज करें। इसका यूज आप कोकोपीट की जगह कर सकते हैं। 

धान से चावल निकालने के बाद बचा वेस्ट भी बागवानी में प्रयोग होता है। पोषक तत्व मिलाकर इसमें पौधे लगा सकते हैं। 

ये मिट्टी की तुलना में काफी हल्का होता है और आपको आसानी से मिल जाता है। ये छत पर बागवानी करने वालों के लिए सही है। 

गेहूं का भूसा भी आप कोकोपीट के विकल्प के रुप में प्रयोग कर सकते हैं। इसमें आप अन्य पोषक तत्व मिलाकर पौधें रोपें। 

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