WhatsApp Group Join Now

गार्डनिंग करने का शौक हर किसी को होता है। लेकिन हर कोई व्यक्ति गार्डनिंग में सफल नहीं हो सकता। जानकारी के अभाव में हम गार्डनिंग करते समय कुछ गलतियां ऐसी कर देते हैं कि प्लांट्स के स्वास्थ्य और प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती हैं। इस लेख में हम आपको कुछ ऐसी गलतियां बताएंगे जिन्हें आपको रोकना चाहिए:

  1. पानी की गलत मात्रा
  2. मिट्‌टी की गुड़ाई न करना
  3. गलत गमले का चुनाव
  4. नीम ऑइल का गलत इस्तेमाल
  5. अनुचित खाद डालना

1. पानी की गलत मात्रा व गलत समय

  •  पौधों के लिए कम पानी देना हानिकारक हो सकता है।
  • पौधों की जरूरतों के अनुसार ही पानी देना बहुत महत्वपूर्ण है।
  • अधिक पानी देने से भी जड़े गल जाती हैं। 
  • पानी देने का उचित समय भी जरूरी है। सुबह या शाम के समय ही पौधों में पानी दें। 

2. मिट्‌टी की गुड़ाई न करना

मिट्टी की गुड़ाई गार्डनिंग में एक महत्वपूर्ण कदम है, और इसे न गुड़ाने से कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं:

  1. अगर मिट्टी को सही से गुड़ाई नहीं किया गया है, तो पौधे के रूट्स को पर्याप्त खाद, ऑक्सीजन, और पानी की आपूर्ति नहीं होगी।
  2. सही गुड़ाई की गई मिट्टी में पानी की अच्छी रेटेंशन होती है, जो पौधों के लिए आवश्यक है। अगर मिट्टी का गुड़ाई नहीं किया जाता है, तो  पौधों को उचित रूप से पानी नहीं मिल पाएगा।
  3. मिट्टी में सही गुड़ाई की गई होती है, तो उसमें अधिक जीवाणुओं, माइक्रोऑर्गेनिजम्स, और पोषक तत्वों की समृद्धि होती है, जो पौधों के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होती है।

3. गलत गमले का चुनाव

  1. गलत गमला चुनने से पौधे को उनके लिए सही आकार और गहराई की कमी हो सकती है, जिससे उनका विकास प्रतिबंधित हो सकता है।
  2.  गलत गमले में उपयुक्त ड्रेनेज नहीं हो सकता है, जिससे पौधे से उनपुयक्त पानी निकल नहीं पाता है।
  3. गलत गमला चुनने से पौधे के रूट्स का सही विकास नहीं हो सकता है, जो पौधे के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।

इसलिए, अगर आप पौधों के लिए गमला चुन रहे हैं, तो सही साइज और सही डिज़ाइन का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है ताकि आपके पौधों को सही संरचना, ड्रेनेज और विकास के लिए उपयुक्त मिले।

4. नीम ऑइल का अधिक इस्तेमाल

  1. अधिक नीम ऑयल का उपयोग करने से पौधों को उनकी आवश्यक पोषण सामग्री की कमी हो सकती है।
  2. अत्यधिक नीम ऑयल का उपयोग करने से पौधों की प्रतिरोधशीलता कम हो सकती है, जिससे वे बीमारियों और कीटों के खिलाफ कम सक्षम हो सकते हैं।
  3. नीम ऑयल में मौजूद कुछ संघटक पारिस्थितिकीय और कीटनाशक हो सकते हैं, जो पौधों के प्राकृतिक प्रक्रियाओं को प्रतिबंधित कर सकते हैं।
  4. अत्यधिक नीम ऑयल का उपयोग करने से पौधों की वृद्धि प्रभावित हो सकती है।

5.खाद की अनुचित मात्रा 

  1. अधिक खाद का प्रभाव:
    • अधिक खाद का प्रयोग करने से पौधों के रूट्स या जड़ें जल संक्रमण का शिकार हो सकती हैं, जो उनकी स्थिरता को प्रभावित कर सकता है।
    • अधिक खाद का प्रयोग करने से पौधों में अधिक वृद्धि हो सकती है, जिससे वे नाजुक और कमजोर हो सकते हैं।
  2. कम खाद का प्रभाव:
    • कम खाद का प्रयोग करने से पौधों की पोषण की कमी हो सकती है, जिससे वे विकसित नहीं हो पाते हैं और उनमें पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
    • कम खाद का प्रयोग करने से पौधों की संवेदनशीलता बढ़ सकती है, जिससे वे कीटों और बीमारियों के प्रति अधिक संवेदनशील हो सकते हैं।

इसलिए, खाद की सही मात्रा और सही तरीके से उपयोग करना पौधों के लिए महत्वपूर्ण है। सामग्री के पैकेट पर दिए गए निर्देशों का पालन करें और अपने पौधों की आवश्यकताओं को समझें जिससे सही मात्रा में खाद का उपयोग किया जा सके।

इसे भी पढ़ें- Plants- बिना रोशनी में उगने वाले पौधे घर के अंदर लगाकर बढ़ाइए सुंदरता

Treatment of scorched plants- सनबर्न की प्रॉब्लम से पौधों को बचाने का तरीका

WhatsApp Group Join Now

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *