पहलवानी का नाम आते ही हरियाणा का नाम अपने आप आ जाता है। प्रदेश में खेलों की तरफ लोगों का ज्यादा रुझान है। महिला, पुरुष, बच्चे हर कोई अलग-अलग लेवल पर खेलकर प्रदेश का नाम रोशन कर रहा है। इस कड़ी में झज्जर के एक पहलवान ने देश का नाम विश्व पटल पर चमकाने का काम किया है।
अमन ने जीता स्वर्ण पदक
एशियन कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर 19 साल के अमन ने अपने माता-पिता का नाम रोशन कर दिया है। अमन झज्जर के बिरोहड़ गांव का रहने वाला है। अमन के माता-पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था। माता-पिता की मौत होने के बाद भी अमन ने हिम्मत नहीं हारी और विश्व स्तर पर स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है। अमन दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती सीखता था। वहीं पर उसने कुश्ती के सारे दाव पेच सीखे हैं।
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छोटी बहन को है भाई पर गर्व
अमन की छोटी बहन है। वो अपने ताऊ के पास रहती है। परिवार के सदस्यों को अमन की जीत पर गर्व है। छोटी बहन भाई के जीतने पर बहुत ज्यादा खुश हुई है। माता पिता के देहांत के बाद अमन और छोटी बहन ही रह गए। बताया जा रहा है कि खिलाड़ी के पास मूलभूत सुविधाओं की कमी है, लेकिन फिर भी वह लगातर कुश्ती कर रहा है। अमन सहरावत अंडर 23 वर्ल्ड कुश्ती चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाला देश का इकलौता पहलवान भी है।
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