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रासायनिक खेती से न सिर्फ जमीन पर प्रभाव पड़ता है बल्कि  सेहत भी खराब हो रही है। 

लोगों का रुझान जैविक खेती की तरफ ज्यादा बढ़ रहा है। 

आज हम आपको जैविक खेती करने के कुछ तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं।

जैविक खेती करना बहुत आसान है। इस खेती में बिना उपचार के बीजों का उपयोग किया जाता है। 

इसमें गोबर खाद, जानवरों का मल-मूत्र, फसलों के अवशेष, कुक्कुट से प्राप्त अवशेष आदि उपयोग में लाये जाते हैं। 

ढेंचा, बरसीम, सनई, मूंग और सिस्बेनिया जैसी फसलों का उपयोग खाद के रूप में करते हैं।

रसायनिक कीटनाशकों की जगह पर वानस्पतिक कीटनाशक का उपयोग करते हैं।

पारंपरिक खेती की तुलना में जैविक खेती से फसलों की उपज काफी कम होती है।

इस खेती में मशीनों की जगह मानवीय श्रम ज्यादा लगता है।

 रासायनिक खेती की वजह से मधुमेह (शुगर ) जैसी बीमारियों बढ़ रही हैं। 

बागवानी से संबंधित जानकारी के लिए लिंक पर जाएं। द यूनिक भारत से जुड़ने के लिए धन्यवाद।