गार्डन के बिना गार्डनिंग के शौक को पूरा करते हैं इनडोर प्लांट्स। इन्हें घर के किसी कौने में रखा जा सकता है। 

यह घर में नेचुरल एयर प्यूरीफायर व ऑक्सीजन का लेवल बढृाते हैं। खास बात है कि इंटीरियर डेकोर के तौर पर भी प्रयोग किए जाते हैं।

इनडोर प्लांट्स को हम अपने घर में सजा तो लेते हैं, केयर भी पूरी करते हैं, लेकिन इसके बाद भी पौधे जल्द ही मर जाते हैं 

इनडोर प्लांट्स की जड़ों को अच्छी मात्रा में ऑक्सीजन मिलना जरूरी है। इनडोर प्लांट के लिए छेद वाले गमले चुनने चाहिए।  

 इनडोर प्लांट्स में ओवरवाटरिंग नहीं करनी चाहिए। नमी बनाकर रखनी चाहिए। सप्ताह में केवल एक बार पानी पर्याप्त है।

इनडोर पौधों को सीधी धूप (direct sunlight) में न रखें। लेकिन इसे अच्छी रोशनी वाले कमरे में रखा जा सकता है। 

 बार-बार पौधों की जगह न बदलें।वातावरण बदलने पर पौधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। लंबे अंतराल व जरूरत पर ही जगह बदलें।

जलनिकासी वाली मिट्‌टी का चयन करें। समय पर खाद डालें। छिद्र वाला ही गमला चुनें। समय पर प्रूनिंग करें। 

इनडोर प्लांट्स के लिए कमरे में नमी बनाकर रखें। पत्तियों को साफ करते रहें।  इससे पौधा देखने में सुंदर लगता है व ग्रोथ करता है। 

पौधे की छाया व आंशिक धूप की आवश्यकता अनुसार ही उचित स्थान का चयन करें। आंशिक धूप वाले पौधों को खिड़की पर रखें।

अपने घर में ज्यादा से ज्यादा इनडाेर प्लांट लगाएं। क्योंकि यह घर के वातावरण को शुद्ध करते हैं। बच्चों को प्रकृति से जोड़ते हैं। 

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