लेमनग्रास, जिसे सीताफल घास भी कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम “सिट्रस केर्काटस और ये हर घर में उगाया जाता है। 

पत्तियाँ, स्टेम और बांस बहुत ही खुशबूदार होती हैं। इसका स्वाद नींबू के समान होता है। इसमें लगभग 75 प्रतिशत सिट्रल तत्व पाया जाता है।

पत्ते और उसकी खास खुशबू इसे खाने में, पकाने में और चाय बनाने में उपयोगी बनाते हैं। यह चाय, मसालों और ताजा सब्जियों में उपयोग किया जाता है।

बहुत बार लेमनग्रास सूख जाता है और आपको समझ नहीं आता कि केयर के बाद भी ऐसा क्यों हो रहा है। 

आपका पौधा सूख रहा है तो इसकी वजह ज्यादा पानी देना या कम पानी देना हो सकता है। आप पानी पर ध्यान दें। 

लेमनग्रास की पत्तियां भूरी या पीले रंग की हो रही है, तो मतलब उसे धूप नहीं मिल रही है। इसको आप कुछ देर धूप जरुर लगाएं। 

पौधे के लिए ज्यादा धूप भी हानिकारक है। आप बस दो तीन घंटे के लिए इसको धूप में रखें।

महीने में कम से कम दो बार लिक्विड फ़र्टिलाइज़र देना जरूरी होता है। आप इसमें गोबर की खाद भी दे सकते हैं। 

मिलीबग्स, स्केल, स्पाइडर माइट्स और थ्रिप्स आदि से दूर रखने के लिए कीटनाशक स्प्रे का छिड़काव करते रहना बहुत ज़रूरी होता है।

केमिकल युक्त कीटनाशक की जगह आप नेचुरल स्प्रे छिड़कें। बेकिंग सोडा, नींबू, सिरका, पुदीना आदि चीजों से नेचुरल कीटनाशक स्प्रे बनाएं। 

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