गुड़हल का का पौधा हम लगा तो लेते हैं, लेकिन सफेद कीड़े और चींटियां पौधों को तहस नहस कर देती हैं।

घरेलू तरीके से सफेद मक्खी और चींटियों से गुड़हल के प्लांट को कैसे बचाना है चलिए जानते हैं। 

सफेद कीड़े पत्तियों के आगे और पीछे भाग में मिलते हैं और चींटियां गमले के नीचे पौधे की तने पर मिल सकती है।

नीम के पत्तों को पानी में उबालकर इसका स्प्रे करें या फिर नीम ऑयल का पत्तियों पर स्प्रे करें। 

प्याज और लहसून को मिक्सी में पीसकर गाढ़ा पेस्ट बना लें और इसको पौधे के प्रभावित हिस्से पर लगाएं। 

नीम की पत्तियां और धनिये की पत्तियों को पानी में भिगोकर पीस लें और फिर पानी में मिलाकर इसका स्प्रे करें। 

पौधों की सिंचाई ठंडे पानी से करने पर भी कीटाणुओं को दूर रखा जा सकता है। पत्तियों पर प्रेशर से पानी छिड़कें। 

पौधों में जैविक खाद डालने का ही प्रयास करें। अगर किसी भी प्रकार के किटाणुओं के लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत समाधान करें। 

नियमित रुप से पौधे की जांच करते रहें, आ पत्तियों को उलट-पलट कर हर रोज चेक करें। लक्षण दिखने पर नीम ऑयल छिड़कें।

 नीम की गंध कीड़ों को दूर भगाती है और इसमें कीड़ों को दूर भगाने वाले गुण भी है। इससे प्रभाव नहीं पड़ रहा, तो कीटनाशक छिड़कें। 

गुड़हल के पौधे का महत्व और अन्य तरीकों के बारे में जानना है, तो लिंक पर क्लिक करके जानकारी प्राप्त करें।