गार्डन में चीटिंयाें का अटैक आम है। चीटियों को गार्डन से हटाने के लिए कड़े इंतेजाम भी खोजते हैं। भगाने के लिए  कैमिकल भी लगाते हैं।

चींटियां गार्डन के लिए सिर्फ हानिकारक ही नहीं है बल्कि आवश्यक भी हैं। अधिकतर चींटियां मिट्टी को पोषक तत्व प्रदान करती हैं ।

 ये पौधों की ग्रोथ में मदद भी कर सकती है। ये पूरी मिट्‌टी में आवश्यक पोषक तत्वों को वितरित करने का काम भी करती हैं।

मिट्‌टी में हवा का संचार:  चीटियां मिट्‌टी को खोदकर मिट्‌टी में हवा का संचरण सुधरती है। जड़ों तक ऑक्सीजन पहुंचती है।

प्राकृतिक कीट नियंत्रण : चीटियां छोटे कीटों को पौधाें के आसपास या मिट्‌टी से खा जाती हैं। जिससे पौधे को नुकसान नहीं पहुंचता है। 

Decomposition करती हैं: चीटियां बगीचे में अपघटन का काम भी करती है। यह गमले में मौजूद मृत पत्तियों को खा लेती है। 

pollination का करती हैं काम:  चींटियां फूलों के आसपास भी घूमती है। यह परागणकणों को एक फूल से दूसरे फूल तक ले जाती है। 

नए पौधे करती हैं तैयार: चींटियां बीजों के बाहरी आवरण को खाकरअंदरूनी हिस्से को मिट्टी में फेंक देते हैं, जो एक नया पौधा बनाता है।

पोषक तत्वों को पहुंचाना: ये पत्तों का अपघटन कर, कार्बनिक पदार्थों को तोड़कर गमले में पोषक तत्व पहुँचाने में मदद करती हैं।

जलनिकासी को सुधारे: चीटियां  मिट्‌टी को खोखला कर देती हैं। मिट्टी के खोखला होने पर जल निकासी में भी सुधार होता है।

लेकिन गार्डन के लिए कौन सी चीटीं फायदेमंद है और कौन सी नुकसानदायक जानने के लिए पूरी खबर पढ़ें। दिए लिंक पर क्लिक करें