ज्यादा फलों व फूलों की पैदावार के लिए आजकल पिंचिंग टेक्निक का प्रयोग किया जा रहा है। ये बहुत आसान प्रक्रिया है चलिए जानते हैं...
इस प्रक्रिया से फूलों के तनों की संख्या बढ़ जाती है इससे ज्यादा फूल मिलते हैं। पौधों को पिंच करना पौधों की छंटाई का ही एक रूप है।
पिंचिंग के जरिए पौधे के मुख्य तने को हटा दिया जाता है। ऐसे में जब मुख्य तना हट जाता है तो पौधा और नए तने निकालना शुरू कर देता है।
इससे पौधों को ज्यादा से ज्यादा फूल व फल देने के लिए उत्साहित किया जाता है। इस दौरान पौधे को दोगुनी संख्या में तने उगाने के लिए मजबूर किया जाता है।
पौधे को अपनी ज्यादा पत्तियां अधिक पैदा करने में मदद मिलती है और पौधा ऊंचाई से बढ़ने की जगह चौड़ाई में बढ़ता है।
आपको सीधे जा रहे मुख्य तने के ऊपरी कोमल भाग को अपनी उंगलियों की मदद से हटाता है। इसके लिए नाखून का उपयोग किया जाता है।
पिंच करने के लिए प्रूनिंग कैंची का भी उपयोग कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में आप तने को पत्ती की गांठों के ऊपर से दबा देंगे।
सही तरीके से पिंच करते हैं, तो पौधा सुंदर आकार में आता है। पिंच करने का समय अलग-अलग होता है। आमतौर पर पौधा छोटा होने पर ऐसा किया जाता है।
8-12 इंच (20-30 सेमी) तक पौधे लंबे होने व पत्तियों के 3-4 सेट होने पर इस प्रक्रिया को करें। ये पौधे को सघन बनाने में मदद करेगी।
सब्जियों में लौकी, करेला,टमाटर, बैंगन को पिंच करें और तुलसी, सेलोसिया,कॉसमॉस,डहलिया,गेंदा,फ्लॉक्स आदि को करें।एकल तने वाले पौधों की पीचिंग न करें।
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