सितंबर का महीना पौधों के लिए खास होता है। बारिश के बाद हमें थोड़ा ध्यान देने की जरूरत है। 

अधिक बारिश से हुए नुकसान का असर फूलों पर देखने को मिलता है। 

आज हम आपको गुड़हल प्लांट की ट्रीटमेंट कैसे करनी है और कौन सी खाद डालनी है। इसकी जानकारी देंगे। 

कई बार पौधा कलियां गिराना शुरु कर देता है। फूल आते हैं, लेकिन बहुत छोटे और कम आते हैं।

वर्मीकंपोस्ट, गोबर की खाद या  लीफ कंपोस्ट में से एक खाद की 1 मुट्ठी खाद पौधे में डालें। 

एक चम्मच पीली सरसों को ग्राइंड कर लें। पानी में फूलाकर भी इसका यूज कर सकते हैं।

इसकी एक चम्मच इसमें डालें। जाइंम की भी एक चम्मच डालें।

उसके बाद केले के छिलकों से तैयार लिक्विड दें। केले के छिलकों का लिक्विड पानी के विकल्प के तौर पर यूज करें। 

इस प्रकार कुछ दिनों में आपका पौधा फूलों से भर जाएगा। पौधे को प्रोपर धूप में रखें।

नियमित रुप से पानी दें। मिट्टी को दलदली भी न होने दें। 

मीलीबग्स के अटैक वाली टहनी हटाएं।नीम ऑयल का छिड़काव करें।

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