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तू उड़ आसमान तेरे लिए है, लहरों से खेल भरा संमदर तेरे लिए है,

कमजोर कहने वाले जमाने को दिखा दे, ये दुनिया तुझसे है और इसका वजूद तुझसे है।

Startup: हिसार की फूड एंड न्युट्रीशियन विज्ञानी डॉक्टर दीपिका  ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया है। दीपिका अहलावत ने अपने दम पर कंपनी को खड़ा करके दुनिया को दिखा दिया कि रास्ता बनाने पर मंजिल खुद ब खुद नजर आने लगती है। डॉ दीपिका ने हिसार में रहकर एचएयू (HAU, Hisar) से फूड एंड न्यूट्रिशन (Food and Nutrition) में बीएससी, एमएससी और पीएचडी की। इसके बाद वह SAI (Sports Authority of India, Sonipat) के साथ जुड़ गई। वर्तमान में डॉ दीपिका महिला बॉक्सिंग खिलाड़ियों की न्युट्रीशियनिस्ट के रुप में कार्य कर रहीं हैं।

स्पेशल कुकीज से होती है खिलाड़ियों की इम्युनिटी मजबूत

न्युको एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी जो डॉ दीपिका ने दो साल कृषि विश्वविद्यालय में ट्रेनिंग लेकर बनाई जिसका संचालन अब उनके माता-पिता कर रहे हैं। इस कंपनी के माध्यम से 15 महिलाओं को रोजगार मिला हुआ है। डॉक्टर दीपिका ने बताया कि उनकी कंपनी खिलाड़ियों के लिए विशेष प्रकार की कुकीज तैयार करती है। कुकीज के सेवन से खिलाड़ियों को उचित पोषण मिलता है। साथ में इम्युनिटी पावर भी मजबूत होती है।

डॉ. दीपिका
डॉ. दीपिका

कहां से आया Startup का आईडिया

डॉक्टर दीपिका का कहना है कि “जब वो SAI (Sports Authority of India, Sonipat) से जुड़ी हुई थी तब जुआ  गांव में गई थी। वहां पर अखाड़ा खुलना था। इसके लिए डाइट और न्यूट्रिशन जांचने के लिए मुझे भेजा गया था। वहां मैंने देखा कि खिलाड़ी बिस्किट और दुध लेकर आए हैं, लेकिन खिलाड़ियों को सिर्फ इनसे पूरा पोषण नहीं मिलता।”

कई बार खिलाड़ी जानकारी के अभाव में नकली सप्लीमेंट ले लेते हैं जिनके नुकसान ज्यादा होते हैं। कई खिलाड़ियों की ब्लड रिपोर्ट में बीमारी पाई जाती है। कई सप्लीमेंट्स में रासायनिक तत्वों का भी प्रयोग होता है जो जानकारी के अभाव में खिलाड़ियों द्वारा ले लिए जाते हैं। खिलाड़ियों को सही पोषण और प्रोटीन मिले और सेहत भी खराब न हो इसके लिए ‘स्पेशल कुकीज’ बनाई गई हैं। ये कुकीज यंग खिलाड़ियों के लिए भी बनाया गया प्रोडक्ट है क्योंकि मार्केट में यंग खिलाड़ियों के लिए कोई सप्लीमेंट उपलब्ध नहीं है, जो नुकसान करने के बजाए सिर्फ फायदा पंहुचाये।

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बच्चों के लिए है बेहद फायदेमंद

डॉ दीपिका का कहना है कि अभिवावक अपने बच्चों को जो डाइट देते हैं उनसे सही पोषण नहीं मिल पाता है। डाइट में कुछ ऐसा होना चाहिए जिससे थकावट ना हो और ऊर्जा मिलती रहे। इसी उद्देश्य से डॉ दीपिका ने दिन रात एक किया और जुट गई स्पेशल कुकीज तैयार करने में। दरअसल इस उत्पाद का प्रयोग कोई भी इंसान कर सकता है जो फिट रहना चाहता है।

कुकीज बनाने में नेचुरल चीजों का हुआ है प्रयोग

हाल ही में महिला बाक्सिंग की न्युट्रीशियनिस्ट बनी डॉ दीपिका ने बताया की सभी प्रकार के मिनरल और पोषक तत्वों को मिलाकर ये कुकीज तैयार की गई हैं। प्रकृति से मिलने वाले खाद्य पदार्थ, ऑर्गनिक और फलों को लेकर एक प्लान तैयार किया। कुकीज में पोषक तत्वों की मात्रा ज्यादा है और खिलाड़ियों की सेहत के साथ भी कोई खिलवाड़ नहीं होता।

इसमें दो प्री वर्क आउट कुकीज, एक मिड वर्क आउट और दो पोस्ट वर्क आउट कुकीज हैं। उनका कहना है कि ऐसी कोई भी कुकीज नहीं है जो डोप में आए और जिसे खाकर खिलाड़ी बीमार हो जाए। पहली कुकीज सीरियल से बनाई है, दूसरी कुकीज फलों से बनी है, तीसरी चुकंदर आदि से बनाई गई है, चौथी कुकीज को भुने हुए चने, रागी, बटर आदि से और पांचवी कुकीज सभी ड्राई फ्रूट्स, सूरजमुखी के बीज आदि को मिलाकर बनाया गया है। ऐसे में प्रत्येक कुकीज 125 ग्राम की है।

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यहां से स्पेशल ट्रेनिंग लेने के बाद शुरू किया Startup

Agri Business Incubation Centre (ABIC), Hisar

किसी भी काम को जब शुरू करते हैं तो उसके लिए किसी के सहयोग और सही रास्ता दिखाने वालों की जरूरत होती है। दीपिका ने बताया की प्रोडक्ट बनाने के बाद उनके सामने एक चुनौती थी कि स्टार्टअप कैसे करें? उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी कि कैसे अपने प्रोडक्ट को दुनिया की नजरों में लाएं।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय (CCSHAU) से उन्होंने इसकी ट्रेनिंग ली जहां पर स्टार्टअप के लिए ट्रेनिंग दी जाती है। एबिक सेंटर [Agri Business Incubation Centre (ABIC)] के एक्सपर्ट से उन्हें सभी प्रकार की जानकारी प्राप्त हुई और कंपनी बनाने में वहां से मदद मिली। रफ्तार आरकेवाई स्कीम [Remunerative Approaches for Agriculture and Allied sector Rejuvenation (RAFTAAR)]के तहत पांच लाख रुपये स्टार्टअप के लिए डॉ दीपिका को मिले। कंपनी हिसार में कैमरी रोड पर स्थित उनके आवास पर है जिसे अब उनकी मां शीला अहलावत और पिता संभालते हैं। पिता नेवी से रिटायर्ड ऑफिसर हैं।

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