महिलाएं कुकिंग इसलिए करती है क्योंकि उन्हें लगता है कि ये उनकी जिम्मेदारी है और अपने इसी फर्ज को निभाने के लिए माहिलाएं तीनों पहर खाना बनाती हैं। मगर खाना बनाना आपकी मेंटल हेल्थ के लिए भी अच्छा साबित होता है। जिस तरह कुछ लोग स्ट्रेस कम करने के लिए म्यूज़िक सुनते हैं, ड्राइविंग या स्विमिंग करते हैं। उसी तरह कुकिंग भी एक स्ट्रेस-बूस्टर का काम करता है। इस लेख को पढ़कर आप यह समझ जाएंगी कि कुकिंग कैसे मेंटल हेल्थ को सुधारने में आपकी मदद कर सकता है।
आपके रिश्तों में मिठास घोलती है कुकिंग
खाना बनाने के दौरान हर महिला एक स्पेशल तरह की रूटीन का पालन करती है। जिसकी वजह से स्ट्रेस और तनाव को कम करने के लिए कुकिंग एक स्वस्थ रूटीन फॉलो करने के लिए प्रेरित करता है। इसके अलावा अपने परिवारवालों या करीबियों के साथ मिलकर खाना बनाने से कुछ एक्स्ट्रा फायदे भी मिल सकते हैं, जैसे कम्युनिकेशन बेहतर होना और क्वालिटी टाइम बिताना। ये सभी चीज़ें मिलकर आपकी मेंटल हेल्थ को सुधारने में मदद करती हैं।
सब्र का पाठ पढ़ाती है कुकिंग
खाना बनाने के लिए जिस चीज की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ती है वो है सब्र। लहसुन, प्याज और टमाटर को अच्छे से भुनने के लिए आपको न चाहते हुए भी वक्त देना पड़ेगा। अगर आपने खाना पकाते समय जल्दबाजी दिखाई तो खाने के स्वाद में कहीं न कहीं कोई न कोई कमी रह जाएगी।
क्रिएटिविटी में भी लाती है निखार
कुकिंग आपकी क्रिएटिविटी में भी निखार लाने का काम करता है। क्रिएटिव काम करने से आपको अंदर से खुशी मिलती है, इससे आपके दिल और दिमाग से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है। जिससे कुकिंग के दौरान स्ट्रेस दूर हो पाता है और दिमाग को भी शांति मिलती है। अपनी क्रिएटिविटी से आप किसी किसी मशहूर डिश में अपना कोई खास ट्विस्ट दे सकती हैं या किसी खाने के साथ एक्सपेरिमेंटभी कर सकती हैं। इससे आपकी मेंटल हेल्थ बेहतर होगी और क्रिएटिव काम करने से आपको अंदर से खुशी मिलेगी।
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